कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के उजुआ कोला घाट के आसपास 50 मीटर की दूरी पर ,चचरी बह गया पुल
एक तरफ पूरे बिहार में झुलसा देने वाली गर्मी ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. प्रदेश के तापमान में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ नेपाल की तराई में हुई वर्षा ने शनिवार को कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि ला दिया है. जिससे कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के उजुआ कोला घाट के आसपास 50 मीटर की दूरी पर बने तीन चचरी पुल पानी में बह गया. वहीं, चचरी पुल के बहने से तीन पंचायतों के लोगों के समक्ष आवागमन की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है. वहीं, इस घाट पर कुशेश्वरस्थान फूलतोड़वा सड़क के लिए बन रहे पुल का निर्माण कार्य भी ठप पड़ गया है.
जान को जोखिम में डालकर नाव से जाते हैं लोग
कोसी नदी में आये अचानक उफान से लोगों का आवागमन का एक मात्र सहारा नाव रह गया है, लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से आपदा मद से कोई नाव की व्यवस्था नहीं की गई है. जिसके चलते उजुआ, उसड़ी, तेगच्छा, झाझा, कोदरा सिमरटोका, बुढिया सुकराशी, और थुआ गोलमा तिलकेश्वर सहित करीब 30 गांवों के लोग अपनी जान को जोखिम में डालकर प्रखंड कार्यालय और निजी कार्यो के लिए निजी नाव से आते-जाते है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि चचरी पुल के बह जाने से लाखों की क्षति हुई है.आमलोगों को भी इस पार से उस पार जाने में घंटों इंतजार करना पड़ता है.
अंचलाधिकारी ने दिया आश्वाशन
वहीं, कुशेश्वरस्थान प्रखंड के अंचलाधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि कोशी नदी में पानी बढ़ने की सूचना मिली है. जल्द ही सरकारी नाव प्रभावित इलाकों में लोगों के आवागमन के लिए उपलब्ध कराया जयेगा. उन्होंने कहा कि अचंल के कर्मियों को निर्देशित दिया गया है कि प्रभावित इलाके का दौरा कर स्थित पर नजर बनाए रखे. ताकि आवश्यकता पड़ने पर सरकारी सुविधा मुहैया कराया जा सके. उन्होंने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से फिलहाल आवागमन में परेशानी आई है. उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.