औरंगाबाद। बिहार में भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है. ताजा मामला औरंगाबाद (Aurangabad) का है जहां निगरानी विभाग (Vigilance Department) ने कार्रवाई करते हुए एक सहायक अभियंता को 40 हजार रुपये रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. निगरानी टीम के हत्थे चढ़े सीताराम सहनी औरंगाबाद में एलएईओ यानी स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन के सहायक अभियंता पद पर पदस्थापित (पोस्टेड) हैं. निगरानी थाना, पटना के थाना अध्यक्ष विनोद पांडेय ने बताया कि 16 अगस्त को एलएईओ, बक्सर के जूनियर इंजीनियर और रोहतास जिले के अकोढ़ीगोला थाना के महुअरी गांव निवासी विनय कुमार ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके ही विभाग के सहायक अभियंता सीताराम सहनी औरंगाबाद से तबादला के बाद उन्हें नो ड्यूज सर्टिफिकेट और चार महीने की उपस्थिति पत्रक देने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर रहा है.
उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता ने आवेदन में लिखा था कि कार्यालय से घर लौटने के दौरान हुए दुर्घटना में उनका पैर टूट गया था जिसके कारण उन्हें इलाज के लिये अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था. उन्होंने इसका मेडिकल सर्टिफिकेट भी सबूत के तौर पर अटैच किया था, बावजूद इसके सहायक अभियंता सीताराम सहनी ने उनका काम नहीं किया और उनसे पैसों (रिश्वत) की मांग की. शिकायत मिलने के बाद इसके सत्यापन और छापेमारी के लिए ब्यूरो के डीएसपी अरूण पासवान के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई. सोमवार को टीम पटना से औरंगाबाद आई और इशारे पर जूनियर इंजीनियर विनय कुमार ने जैसे ही सीताराम सहनी को रिश्वत के रूप में 40 हजार रुपये दिये वैसे ही टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद टीम उसको अपने साथ लेकर पटना रवाना हो गई जहां उसे निगरानी कोर्ट में पेश किया जायेगा.