ऑडिटोरियम हॉल में हुए चुनाव में जिला परिषद की उपाध्यक्ष बनीं आशा देवी

पिछले दिनों आशा देवी को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी

Update: 2024-04-03 07:52 GMT

पटना: पटना जिला परिषद् उपाध्यक्ष पद के लिए हुए मतदान में आशा देवी विजयी रहीं. छज्जूबाग स्थित समाहरणालय (हिन्दी भवन) के ऑडिटोरियम हॉल में हुए चुनाव में आशा देवी ने चंदन कुमार को पराजित कर दिया. जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत)-सह-जिलाधिकारी पटना शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में मतदान और मतगणना शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. पिछले दिनों आशा देवी को अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी. लेनिक दोबारा हुए चुनाव में वह फिर से इसपर काबिज हो गई हैं.

सुबह साढ़े दस बजे उपाध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए विशेष बैठक शुरू हुई. पटना जिला परिषद में 45 सीटें हैं. उपाध्यक्ष पद के चुनाव में 44 जिला परिषद सदस्य शामिल हुए. बैठक में उपस्थित सभी जिला परिषद् सदस्यों को बताया गया कि पटना जिला परिषद् के उपाध्यक्ष के लिए कोई आरक्षण नहीं है. चुनाव के लिए जिला परिषद सदस्य आशा देवी और चंदन कुमार ने नामांकन दाखिल किया. नामांकन पत्रों की जांच के बाद चंदन कुमार के दो सेट नामांकन पत्र का एक सेट हिन्दी और अंग्रेजी हस्ताक्षर के कारण अस्वीकृत किया गया. लेकिन एक सेट जांच में वैध करार दिए जाने के कारण आशा देवी व चंदन कुमार वैध प्रत्याशी घोषित हुए. नामांकन वापसी के लिए दस मिनट का समय दिया गया. नाम वापस नहीं लेने के बाद ऑनलाइन मतपत्र तैयार कराया गया. इसके बाद गुप्त मतदान हुआ.

आशा देवी को विजयी घोषित किया गया. इसमें आशा देवी को मत और चंदन कुमार को 20 मत प्राप्त हुए. मतगणना प्रक्रिया के बाद आशा देवी को जिला परिषद उपाध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित घोषित किया गया.

निर्वाचन परिणाम की घोषणा के बाद उन्हें जिला परिषद के उपाध्यक्ष को प्रमाण पत्र दिया गया. शपथ ग्रहण तथा निर्वाचन की पूरी प्रक्रिया की विडियोग्राफी करायी गयी.

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