अरेस्ट, CM नीतीश कुमार के नाम पर प्रोफाइल बनाकर करता था जालसाजी

Update: 2022-08-25 18:39 GMT

न्यूज़क्रेडिट:आजतक

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और बिहार के कई जिलाधिकारियों का फर्जी व्हाट्सएप एकाउंट बनाकर ठगी को अंजाम देने वाले साइबर अपराधियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी नहीं छोड़ा.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर जालसाजी करने वाले एक आरोपी को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने गिरफ्तार किया है. बिहार सरकार की ओर से हाल ही में साइबर अपराधियों के कारनामों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था.

ठगों ने बिहार सरकार के आधिकारिक प्रतीक चिह्न और लोगो का गलत प्रयोग करते हुए सोशल मीडिया पर एकाउंट बना लिया था. जिसके खिलाफ ईओयू ने मामला दर्ज किया था. एजेंसी ने आईपीसी की धारा- 170/ 178/ 417/ 419/ 465/ 468/ 471/ 505 और आईटी एक्ट, 2000 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी.

इस मामले को लेकर सरकार गंभीर थी और सरकार ने इसकी जांच साइबर अपराध में विशेषज्ञता हासिल कर चुके डीएसपी सुनील कुमार सिंह को सौंपी थी. उसके बाद से इस मामले में जांच शुरू की गई थी.

पूरे मामले की जांच के दौरान टीम को ये पता चला कि फर्जी प्रोफाइल बनाने वाले ने बिहार सरकार के लोगो और प्रतीक चिह्नों का प्रयोग किया है. इस आधार पर ईओयू ने 23 अगस्त 2022 को इस मामले में अरमान वशीर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया.

आरोपी पूर्वी चंपारण के वार्ड नंबर 12 के ढाका थाना क्षेत्र का रहने वाला है. उसी के द्वारा मुख्यमंत्री सचिवालय और प्रतीक चिह्न के अलावा सीएम के नाम का प्रयोग किया गया था. गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है. जांच टीम इस बात का पता लगाने में जुटी है कि आखिर उसने क्यों मुख्यमंत्री का नाम प्रयोग कर इस तरह की घटना को अंजाम दिया था.



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