पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को जदयू कार्यालय में पार्टी के डॉ भीमराव आंबेडकर की 132वीं जयंती समारोह में शामिल हुये। मुख्यमंत्री ने बिहार को आगे बढ़ाने के लिए सभी से एकजुट होकर काम करने पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री कुमार ने कहा कि संविधान के निर्माण में बाबा साहब का जो योगदान है, उसे कभी भुलाया नही जा सकता। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी मेरे लिए नारा मत लगाइए। हम सभी को एकजुट करने में लगे हुए हैं। आप सभी एकजुट रहें। सब लोग एक-दूसरे का साथ दें। हम सभी सात पार्टियां मिलकर बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। देश को आगे बढ़ाने के लिए अनेक दल एकजुट हो रहे हैं। सब लोग एकजुट हो जायेंगे तो देश आगे बढ़ेगा और गरीबी दूर होगी। यह आप सभी की जिम्मेदारी है कि देश को आगे बढ़ाने में मिलकर योगदान दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने प्रारंभ से ही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अतिपिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, मुस्लिम समुदाय एवं महिलाओं के विकास के लिये काम किया है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर, लोकनायक जयप्रकाश नारायण, डॉ राम मनोहर लोहिया एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों को ध्यान में रखकर ही सबके उत्थान के लिए बिहार में एक-एक काम किये गये हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों ने देश में पहली बार बिहार में पंचायती राज संस्थाओं एवं नगर निकाय के चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों का विकास किया गया। हम लोगों ने बड़ी संख्या में चिकित्सकों एवं शिक्षकों की बहाली की। हम सभी सात पार्टियों ने एक साथ मिलकर यह तय किया है कि अब बिहार में इसी वर्ष शिक्षकों की सरकारी भर्ती की जायेगी। कुछ लोग सरकारी शिक्षक भर्ती को लेकर अनाप-शनाप बोलने में लगे हुए हैं। पहले से जो शिक्षक हैं, उनकी भी आमदनी बढ़ाई जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग बाबा साहब के संविधान को मानकर चलते हैं और हमेशा गरीब-गुरबों की मदद करते हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग साथ आये, अलग हुए फिर साथ आये और फिर अलग हुए लेकिन वर्ष 2005 से 2015 तक जो भी विकास के कार्यक्रम घोषित किये गये, उनमें सात निश्चय योजना को अमलीजामा पहनाया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय योजना के माध्यम से हर घर नल का जल, हर घर तक बिजली का कनेक्शन, हर घर तक पक्की गली और नाली का निर्माण सहित अनेक विकास के काम किये गये। उन्होंने कहा कि हम लोग केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग निरंतर करते रहे हैं लेकिन आज तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। स्व अटल बिहार बाजपेयी के कार्यकाल में हम छह साल केंद्र में मंत्री रहे थे। वे हमें काफी मानते थे। श्रद्धेय अटल के समय में जो काम तय थे, वे आज तक बिहार में पूरे नहीं हुये।
कार्यक्रम को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मंगनीलाल मंडल ने भी संबोधित किया।