नाबार्ड की पहल गया में पहली बार मुनगा की पत्तियों से बनेगा पशु आहार

Update: 2023-04-06 09:38 GMT

गया न्यूज़: मुनगा यानी सहजन एक बहुउद्देशीय पौधा है . एक तरफ यह औषधीय गुणों से भरपूर है, तो दूसरी तरफ सब्जी व पशु आहार के रूप में भी इसका खूब उपयोग होता है. अच्छी खबर यह है कि अब गया में मुनगा की पत्तियों से पशु आहार बनेगा. नाबार्ड की पहल पर गया में पहली बार मुनगा पशु आहार यूनिट खुलने जा रहा है. इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है.

दुध का उत्पादन और रोजगार

पशुपालन को बढ़ावा मिले. अधिक से अधिक दूध उत्पादन हो. रोजगार का अवसर बढ़े. खासकर महिलाएं आत्म निर्भर हों, इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर गया के खिजरसराय में मुनगा पशु आहार यूनिट खुलने जा रहा है. नाबार्ड की पहल व मदद से यह यूनिट खुलने जा रहा है. इसके तहत सबसे पहले महिलाओं का एक स्वयं सहायता समूह बनाया जाएगा. पहले चरण में समूह में कुल 150 महिलाओं का चयन होगा. फिर सभी महिलाओं को 30-30 के ग्रुप में बांटकर प्रशिक्षण देने का काम शुरू होगा. प्रशिक्षण देने का काम मध्यप्रदेश से आयी प्रेरणा संस्था के लोग देंगे. मुनगा यानी सहजन की किन पत्तियों को तोड़ना है, तोड़ने के बाद सुखाते समय कैसी सावधानी बरतनी है, फिर मशीन द्वारा पाउडर कैसे बनाना है, पैकिंग कैसे करनी है, तैयार पशु आहार की मार्केटिंग कैसे करनी है, इन तमाम चीजों का प्रशिक्षण महिलाओं को दिया जाएगा. पहले चरण मंश इस पर लगभग आठ लाख रुपये खर्च किए जाएंगे. इसके लिए बहुत पहले से तैयारी चल रही थी. बड़े पैमाने पर पहाड़ों की तलहटी में मुनगा के पौधे तैयार किए गए हैं. अब इनकी पत्तियों से पशु आहार तैयार किया जाएगा.

मुनगा यानी सहजन से पशु आहार मुख्य बातें

● गया के खिजरसराय में खुलेगा मुनगा पशुआहार यूनिट

● 150 महिलाओं को दी जाएगी ट्रेनिंग

● पत्ति सुखाने से लेकर पाउडर बनाने तक की दी जाएगी ट्रेनिंग

● मुनगा पशु आहार के लिए पहाड़ की तलहटी में करीब एक हजार पौधे किए गए हैं तैयार

गया में अपनी तरह का यह पहला यूनिट होगा. इसकी स्वीकृति मिल गई है. 15 अप्रैल तक हर हाल में इसकी शुरुआत हो जाएगी. पहले चरण में महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी. फिर उन्हें पशु आहार निर्माण क्षेत्र में आत्म निर्भर बनने के लिए बैंकों से मदद भी दिलाई जाएगी.

-उदय कुमार, डीडीएम, नाबार्ड गया

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