आक्रोशित ग्रामीणों ने चार घंटे तक किया सड़क जाम

Update: 2023-08-29 06:27 GMT

मधुबनी: भारी बारिश जे बीच कमला नदी में पानी का तूफान देख लोग भयाक्रांत हो गए. यह भय कुछ ही देर में आक्रोश का रूप लेने लगा. भदुआर गांव समीप कमला पूर्वी तटबंध सह सड़क मार्ग के बीच में बड़ा सा छेद होने और साइड में धसना गिरने के कारण लोग आक्रोश में आ गए.सड़क जाम कर दिया. बांस बल्ला लगाकर यातायात बंद कर दिया. जल संसाधन विभाग और बाढ़ नियंत्रण विभाग के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. स्थल पर पहुंचे जेई भी स्थिति को देख किंगकर्तव्य विमूढ़ से हो गए. लोगों का आक्रोश इस बात को लेकर ज्यादा था कि जहां बस्ती है वहीं पर बांध के मजबूती की दिशा में काम नहीं किया गया. अन्य जगहों पर

बांध काफी मजबूत हो गया. बस्ती समीप जहां-तहां रेन कट हुई. इन रेन कट पर ठीक से कम नहीं किया गया. कुछ बोरा और मिट्टी डालकर खाना पूर्ति कर ली गई. इंजीनियर रोज आते थे, लेकिन स्थिति को देखने के बाद कोई भी निरोधात्मक कार्य नहीं करते थे. भदुआर के शिवकुमार महतो, रामविलास धांगर,हरे राम महतो,जीवछ भारती, करण नारायण महतो, बिकाऊ महतो आदि लोगों ने बताया कि इसी जगह पर वर्ष 2002 में और वर्ष 2004 में कमला तटबंध टूट चुका था. भयंकर तबाही मची थी. वह मंजर आखों के सामने है. जो स्थिति सुबह से दिख रही है वह भयावह है. कमला नदी में 50 सेंटीमीटर और पानी बढ़ा तो भदु आर में फिर बांध टूट सकता है.क्योंकि सड़क का पानी बीच बांध में छेद करते हुए नदी की ओर निकल रहा है. पानी बढ़ते ही बांध को तोड़ने में कोई कसर नहीं बचेगी. फिलहाल सड़क जाम और लोगों के आक्रोश की सूचना प्रशासन को मिली. तत्काल रुद्रपुर थानाध्यक्ष आयशा कुमारी एवं अंधराठाढ़ी के सीओ घटनास्थल पर पहुंचे. लोगों को समझाया बुझाया. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एक के एक्जीक्यूटिव अभियंता को भी फोन किया गया था. कुछ लोगों ने जिला पदाधिकारी और आपदा प्रबंधन विभाग को भी फोन किया. तत्काल प्रशासन हरकत में आई. चार घंटे के अंदर वहां पर हाईवा से ईट गिट्टी मिट्टी के साथ जेसीबी को भेजा गया. निरोधात्मक कार्य शुरू होते ही लोगों का आक्रोश कुछ थम गया. स्थानीय लोगों का कहना था कि जब तक कोई प्रदर्शन नहीं होती, तब तक विभाग काम नहीं करते. बांध का काम भी बालू और मिट्टी मिलाकर किया गया है. जिसके कारण हल्का पानी होते ही भारी-भारी रेन कट हो जाती है.

इस बांध पर भदु आर से लेकर हरना के समीप तकरीबन 10 जगह पर रेन कट है. जिसको अधिकारियों ने देखा है.

बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल एक के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार ने बताया कि रात से ही अभियंता कम कर रहे हैं. सुबह लोग आक्रोशित हो गए. ऊपर बारिश हो रही है और इसी बीच काम करना है. बांध सुरक्षित होने का उन्होंने दावा किया है और कहां है कि रेन कट का निरोधात्मक कार्य किया जा रहा है.

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