लंपी बीमारी को लेकर पशुपालन विभाग बांका में अलर्ट पर है। विभाग की ओर से इसके लिए पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि लंपी स्किन डिसीज है जो एक वायरस जनित बीमारी है। इसके फैलने से पशुओं की मृत्यू तक हो जाती है। इसमें पशुओं को तेज बुखार हो जाता है इससे पशु दूध देना कम कर देती है। ऐसे गंभीर बीमारी को लेकर विभाग अलर्ट मोड में है।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डा. राणा दिग्विजय सिंह ने बताया कि किसानों को जागरूक करने के लिए चौपाल के बाद चलंत वाहन से जागरूकता की शुरूआत की गई। साथ ही जागरूकता सह चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लंपी बीमारी बरसात के दिनों में काफी तेजी से फैलता है। सबसे अधिक इसका असर दुधारू पशुओं पर होता है।
उन्होंने बताया कि यह बीमारी वायरस मच्छरों और मक्खियों जैसे खून चूसने वाले कीड़ों से फैलता है। पशुओं में जब भी इस बीमारी के लक्षण दिखे तो सबसे पहले अपनी बीमार गाय या भैंस को सबसे अगल कर दें। उसके खाने -पीने की व्यवस्था भी अलग कर दें। साथ ही इसका लक्षण दिखाई देते ही इसकी जानकारी पशुपालन विभाग को दें। किसानों को जागरूक करने के लिए अब चलंत वाहन के माध्यम से किसानों को जागरूक किया जएगा।