अगात धान के पौधे में लगने लगी बाली

Update: 2023-09-20 04:20 GMT

मुंगेर: एक पुरानी कहावत है अग्र सोची सदा सुखी लेकिन इस कहावत को किंजर पंचायत के नगला गांव निवासी युवा किसान रामदेव कुमार ने सिद्ध कर दिया है. किसानों के लिए इसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.

बिचड़ा डालने के लिए लोग बारिश का इंतजार कर रहे थे ऐसे में रामदेव कुमार ने रोहिणी नक्षत्र चढ़ने के ठीक दूसरे दिन ही खेत में बिचड़ा डाल दिया था. उसने बताया कि रियल सम्राट-6 नामक किस्म का धान का बिचड़ा 26 मई को डाला गया और 27 जून को धान की रोपनी कर दी गयी. धान के पौधे में जब बाली निकलने लगा तो मात्र एक बार कोबरा पाउडर का छिड़काव कर कीट पतंग से बचाव के लिए किया गया. अब धान की फसल लगभग तैयार है. धान की बाली का रंग पीला होने लगा है. 15 दिनों में धान की कटनी लगने की उम्मीद है.

रामदेव इलाके के प्रगतिशील किसान है वे लगभग सात आठ वर्षों से खेती-बारी कर रहे हैं. पहले वे विद्युत विभाग में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते थे. काम छूट गया तो करपी प्रखंड कार्यालय में स्वच्छता ग्राही बने अब भी वह स्वच्छता ग्राही का काम करते हैं. सबसे ज्यादा महत्व अपने खेती-बारी को देते हैं. उनकी पत्नी संजू सिन्हा ग्राम कचहरी के सरपंच भी हैं.

निधन पर शोक

स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के कोठियां मानिकपुर गांव निवासी सह उत्क्रमित मध्यविद्यालय गंगेया के प्रभारी प्रधानाध्यापक विजय कुमार का निधन हो गया. उनकी मौत की सूचना मिलते हीं शिक्षकों व छात्रों में शोक की लहर दौड़ गयी.

कुर्था उतरी भाग एक जिला परिषद सदस्य रंजन यादव उनका अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पहुंचे एवं शोक संवेदना प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि विजय कुमार की मृत्यु से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति पहुंची है वे एक नेकदिल इंसान थे. वे एक वर्ष से ब्लड कैंसर से पीड़ित थे अंतत वे बीमारी से लड़ते हुए जीवन की जंग हार गए.

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