गंगा नदी में जल समाधि लेने के बाद अब करोड़ों का कटावरोधी कार्य कोसी की भेंट चढ़ता जा रहा
भागलपुर में करोड़ों का पुल गंगा नदी में जल समाधि लेने के बाद अब करोड़ों का कटावरोधी कार्य कोसी की भेंट चढ़ता जा रहा है. जिले के नवगछिया अनुमंडल के जहांगीरपुर बैसी में हुआ कटावरोधी काम कोसी में समाता जा रहा है. जिसकी वजह से कई घर कोसी में विलीन हो गए. अब बाकि बचे ग्रामीणों को भी इसका डर सताने लगा है. दरअसल तीन करोड़ 40 लाख की लागत से कोसी नदी पर कटावरोधी काम हुआ था, लेकिन लगातार हो रहे कटाव की वजह से अब जहांगीरपुर बैसी का कटावरोधी कार्य कोसी में समाता जा रहा है. जिससे पहले भी कई घर कटकर कोसी में विलीन हो चुके हैं. अब यहां के ग्रामीणों को डर सता रहा है कि कहीं उनका भी घर बाकि लोगों की तरह कोसी में न समा जाए. जिसको लेकर वो अपने दर्द को बयां भी कर रहे हैं.
लगातार कटाव से भयभीत ग्रामीण
आपको बता दें कि पिछले वर्ष दर्जनों घर कटकर कोसी में विलीन हो गए थे. एक तरफ जहां जियो बैग के बहने के बाद वहां फिर से री स्टोरेशन का काम किया जा रहा तो वहीं दूसरी तरफ जियो बैग नदी में समाता जा रहा है. कई जगह बोरियां नदी में समाने की कगार पर हैं. ग्रामीणों को भय है कि अभी तो सामान्य जल स्तर पर ये हाल है. अगर कहीं कोसी नदी का जलस्तर और बढ़ा तो फिर क्या होगा, यानि हालात और भी भयावह होंगे. उन्हें अपने घर नदी में समा जाने का डर लगातार समा रहा है. अब जरूरत है तो कटिवा रोकने के लिए दिन-रात एक करने की ताकि यहां के ग्रामीण चैन की नींद सो सकें.