औरंगाबाद। बिहार में इन दिनों जंगली जानवरों का आतंक बढ़ गया है. बेतिया से औरंगाबाद तक के जंगलों से जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में आ जा रहे हैं. पिछले दिनों तो एक आदमखोर हो चुके बाघ की गोली मारकर हत्या करनी पड़ी थी. ताजा मामला औरंगाबाद का है. यहां के किसान पिछले दिनों हाथी से परेशान थे. बताया जाता है कि जिले में जंगली हाथियों के आतंक के बाद अब लकड़बग्घों ने आतंक मचा रखा है. ग्रामीणों में इसे लेकर दहशत का माहौल है.
जानकारी के अनुसार मदनपुर थाना क्षेत्र के आंजन गुरमिडीह गांव के बधार में एक लकड़बग्घे ने किसान पर हमला बोल दिया है. इसमें दो किसान गंभीर रूप से घायल हो गये हैं. घायल किसानों को औरंगाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक के सिर में गंभीर चोट लगने के कारण एक किसान की हालत चिंताजनक बतायी जा रही है. घायलों की पहचान आंजन गांव निवासी रवि साव और रामजी भुइयां के रूप में की गयी है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि रवि साव अपने गांव आंजन से तीन किलोमीटर दूर स्थित गुरमिडीह में खेती का काम करता है. वह दोपहर का खाना खाकर खेत लौट रहा था, इसी दौरान रास्ते में एक लकड़बग्घा ने उस पर अचानक हमला कर दिया. रवि के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़े, लेकिन लकड़बग्घा ने ग्रामीणों पर भी हमला कर दिया. इसमें रामजी भुइयां भी घायल हो गया. वैसे ग्रामीणों ने किसी तरह लकड़बग्घा को जंगल की ओर भाग जाने को बाध्य कर दिया.
लकड़बग्घा ने रवि साव के सिर पर दो-तीन जगह जख्म दिया है. उसका सिर गंभीर रूप से फट गया. घायल को लेकर परिजन औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुचे जहां उसका इलाज किया जा रहा है. दिन के उजाले में हुए इस हमले के बाद लोगों में दहशत है. उनका कहना है कि वह जंगल से निकलकर कभी भी दुबारा हमलोगों के ऊपर हमला कर सकता है. लकड़बग्घे के डर से ग्रामीण घर में ही दुबके हुए हैं. बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा रहा है. ग्रामीणों ने आसपास घूमना, बैठना बन्द कर दिया है.
मदनपुर वन विभाग के रेंजर सत्येन्द्र चौहान ने बताया कि एक किसान के ऊपर लकड़बग्घे द्वारा हमला किए जाने की सूचना मिली है. लकड़बग्घे के हमले से किसान गंभीर रूप से घायल हो गया है. इसके लिए वन विभाग की टीम को भेजी गई है और गया से क्विक रिस्पांस टीम को बुलाया जा रहा है. वन विभाग की टीम लकड़बग्घे को पकड़ने के लिए लगी हुई है. आसपास के क्षेत्रों में जगह-जगह कैंप किए जा रहे हैं.