20 एकड़ जमीन पर चला प्रशासन का बुलडोजर, 22 गिरफ्तार

Update: 2022-07-03 15:55 GMT

पटना : पटना के नेपाली नगर इलाके में 20 एकड़ जमीन पर बने अबैध कब्जा हटाने मामले में पटना के डीएम और एसपी ने पुष्टि करते हुए बताया की आज 75 मकानों को तोड़ा गया है. जिसमे संरचना बाउंड्री वाल और अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग को तोड़ दिया गया है. बाकी 5 मकान ऐसे हैं जिसमें कुछ लोग रह रहे हैं. जिन्हें समय दिया गया है जो कल तक खाली कर देंगे. बाकी 15 फंक्शनल है जो खाली है. उसे कल तोड़ने की प्रक्रिया की जाएगी. अभी तक 22 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. बाकी का डाटा तैयार किया जा रहा है .

वहीं 20 एकड़ जमीन में अधिग्रहण का विरोध कर रहे लोगों के पास कोई भी कागजात नहीं है. जबकि अखबार में आम सूचना प्रकाशित कराई गई. उसके बाद डेढ़ सौ लोग पहुंचे. जहां एक व्यक्ति भी के पास भी कागजात नहीं था. बताया गया कि इसमें सामान्य लोग हैं. जिन्हें भू-माफिया के द्वारा भूमि की बिक्री की गई है. बताया गया की उन सभी क्रय माफिया पर नजर बनी हुई है. जिस पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं इस मामले पर एसएसपी ने बताया की कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जहां मजिस्ट्रेट समेत कई पदाधिकारी पर पत्थरबाजी का आरोप है. अतिरिक्त बलों के द्वारा उपद्रवी को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें मुख्य आरोपी श्रीनाथ सिंह को गिरफ्तार किया गया है. वहीं यहां कुछ और लोग जो बाहर से बुलाये गए थे इनकी पहचान की जा रही है.
जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव आज नेपाली नगर पहुंचे हैं. लेकिन प्रशासन द्वारा पप्पू यादव को मकान मालिकों से मिलने नहीं दिया गया. जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि नेपाली नगर और राजीव नगर की जनता के मकानों पर जिला प्रशासन द्वारा हो रही कार्रवाई पर रौक लगा दीजिए. यहां के निवासियों को समस्या है उसका समाधान बातचीत से निकाला जाए. सरकार अपनी गलतियों की सजा हजारों परिवार को नहीं दे सकती है. मैं यहां की जनता के साथ हूं. जब रविशंकर प्रसाद, संजीव चौरसिया के नाम से रोड बना है. सरकार ने बिजली भी दी है. यहां के लोग भी टैक्स देते हैं. फिर आज यह दमन पूर्वक कार्रवाई क्यों हो रही है.
जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि जब यहां कालोनियां बस रही थी तो प्रसाशन कहां था. यहां रहने वाले लोग बिजली और पानी अन्य सुविधाओं का भूगतान करते है. पहले तो प्रशासन ने अपनी गलतियों को छुपाया. सरकार जिला प्रशासन की गलियों की सजा आम जनता को नहीं दे सकती है.
राजधानी पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र में अस्थाई रूप से बनाए गए निर्माण को हटाने गई प्रशासन की टीम पर स्थानिय लोगों ने हमला किया है. अतिक्रमण हटाने का विरोध करने वाले लोगों ने प्रशासन की टीम पर पत्थरबाजी की है. पत्थरबाजी की इस घटने में पटना के एसपी गंभीर रूप से चोटिल हुए हैं. इसके अलावा इसमें कई पुलिस वाले बुरी तरह से घायल हुए हैं. हालात को बिगड़ता देख पटना के एसएसपी खुद घटनास्थल पर पहुंचे हैं.
दरअसल, पुलिस राजीव नगर में फैले अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन की तरप से 17 जेसीबी लगाया गया था और कार्रवाई के दौरान कोई विवाद नहीं हो इसके लिए 2000 से अधिक पुलिस बल की तैनाती भी गई थी. स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया लेकिन पुलिस इसके बाद भी नहीं रुके. जिला प्रशासन ने अस्थाई रूप से बनाए गए 70 मकानों को पहले ही खाली करने का निर्देश जारी कर दिया था जिसके बाद रविवार को ये कार्रवाई की गई.
12 उपद्रवियों को किया गया गिरफ्तार
राजीव नगर में प्रशासन द्वारा अवैध पक्के मकानों पर चलाए जा रहे बुलडोजर के विरोध में लोगों ने प्रशासन की टीम पर हमला बोल दिया. काफी संख्या में लोग सड़कों पर उतर कर प्रशासन के खिलाप नारे लगाने लगे और प्रशासन की टीम पर पथराव शुरू कर दिया. लोगों ने सिलेण्डर में पेट्रोल डालकर उसमें आग लगा दी. इस दौरान पुलिस के द्वारा लगातार लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही थी. पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बतताया कि 12 उपद्रवियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल इलाके में स्थिति तनावपूर्ण है. बता दें प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ स्थानीय लोगों में आक्रोश और नाराजगी है
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