नौवीं से 12वीं तक 75 हाजिरी जरूरी

Update: 2023-07-25 06:04 GMT

बक्सर न्यूज़: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए 75 फीसदी उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है. अगस्त के पहले सप्ताह से नियमित उपस्थिति नहीं होगी तो आंतरिक मूल्यांकन में अंक काट लिये जाएंगे. इस बाबत सीबीएसई ने सभी स्कूलों को पत्र लिखा है.

इसमें कहा गया है कि नौवीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की उपस्थिति हर दिन देखी जाए. नियमित स्कूल नहीं आने वालों की सूची संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय भेजी जाएगी. मालूम हो कि कोरोना काल में बोर्ड ने छात्र-छात्राओं को उपस्थिति में छूट दी थी. अब कोरोना संक्रमण जैसी कोई बात नहीं है. वहीं बोर्ड के अनुसार 11वीं और 12वीं के छात्र स्कूल जाने में दिलचस्पी नहीं लेते है.

इसके अलावा स्कूलों में फ्लाइंग सिस्टम को खत्म करने के लिए बोर्ड ने यह कदम उठाया है. सभी स्कूलों को अगस्त के पहले सप्ताह से 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य को लागू करना है. हर दिन स्कूल में कितने छात्र उपस्थित हुए, इसका रिकॉर्ड बनाना है. बता दें कि आंतरिक मूल्यांकन हर विषय में होता है. यह 20 अंकों का होता है. इसमें एक बिंदु छात्रों की उपस्थिति का भी है. अब तक स्कूल प्रशासन छात्रों को अंक दे देता था, लेकिन अब उन्हीं छात्रोंको आंतरिक मूल्यांकन में उपस्थिति के लिए अंक मिलेंगे जो नियमित स्कूल आयेंगे.

स्कूलों में छात्र-छात्राओं की 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दी गयी है. खासकर 11वीं और 12वीं में छात्र स्कूल नहीं आते हैं. इससे वो अपना नुकसान करते हैं. संयम भारद्वाज, परीक्षा नियंत्रक सीबीएसई

उपस्थिति सुधारने की पहल

बोर्ड ने जून में देशभर के स्कूलों से 9वीं से 12वीं तक के छात्रों की उपस्थिति की समीक्षा की. पता चला कि ज्यादातर स्कूलों में 11वीं व 12वीं में 40 से 45 फीसदी छात्र नियमित स्कूल आते हैं. नौवीं से 10वीं में 50 से 55 फीसदी उपस्थिति रहती है. इसे सुधार करने के लिए बोर्ड ने कदम उठाया है.

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