पटना। पटना-गया रेलखंड पर पैसेंजर ट्रेनों में बच्चों का इस्तेमाल कर मोबाइल चोरी करने वाले पश्चिम बंगाल के महिला गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. इस गिरोह की पांच महिलाओं को रेल पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से चोरी के 11 मोबाइल बरामद किये गये है. गिरोह में एक नाबालिग भी शामिल है. गिरफ्तार महिलाओं में पश्चिम बंगाल के पुरलिया स्थित काली टोला क्षेत्र की निवासी 19 वर्षीया सोमारी सिंह, 20 वर्षीया मीरा सिंह व 28 वर्षीया सावित्री देवी, 25 वर्षीया राधा सिंह और वर्धमान के बाराबनी थाना क्षेत्र निवासी 45 वर्षीय जमुना देवी है.रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
रेल एसपी ने बताया कि हमने ट्रेनों में मोबाइल चोरी की हो रही घटनाओं को देखते हुए गया रेल डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनायी गयी. जांच के दौरान बुधवार को जहानाबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर पहुंची पटना-गया मेमो सवारी ट्रेन की तलाशी ली गयी. इसी दौरान एक संदिग्ध महिला बच्चे के साथ दिखी. पुलिसकर्मियों ने जैसे ही उसे रोकना चाहा कि वह भागने लगी, जिसे खदेड़ कर पकड़ लिया. तलाशी के दौरान महिला और नाबालिग के पास से चोरी के एक-एक मोबाइल बरामद हुए. गिरफ्तार महिला की पहचान पश्चिम बंगाल के पुरलिया स्थित काली टोला थाना क्षेत्र निवासी सोमारी सिंह के रूप में हुई. पूछताछ में महिला ने बताया कि वह अलग-अलग ट्रेनों में बच्चों का इस्तेमाल कर मोबाइल चोरी करती है. इस गिरोह में चार और महिलाएं हैं, जो पश्चिम बंगाल की है.
गिरफ्तार सोमारी सिंह की निशानदेही पर टीम ने जब चाकंद स्टेशन पर पहुंच कर छानबीन शुरू की, तो स्टेशन पर ही एक साथ चारों महिलाएं पकड़ी गयीं. गिरफ्तार पहली महिला के मोबाइल की जब तलाशी ली गयी, तो पता चला कि ये सभी एक साथ काम करती हैं और अब तक सैकड़ों मोबाइल फोन की चोरी कर चुकी हैं. चोरी का मोबाइल वे कम दाम में बंगाल और गया में बेच देती थीं.
रेल एसपी के अनुसार गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि वे वैसे यात्रियों को अपना शिकार बनाती थीं, जो परिवार वाला और या फिर बुजुर्ग हों. इसके बाद उनकी बगल बच्चे को खड़ा कर या बैठा कर ब्लेड से पॉकेट को काट देती थीं. बच्चा होने के कारण कोई शक भी नहीं करता है. मिली जानकारी के अनुसार बच्चा और महिला के पास से धारदार ब्लेड भी मिले हैं.