अवैध खनन कर रहे 39 मजदूरों को किया गया गिरफ्तार
अवैध खनन को लेकर के जिला प्रशासन लगातार छापेमारी कर रहा है.
छपरा : अवैध खनन को लेकर के जिला प्रशासन लगातार छापेमारी कर रहा है. अवैध खनन को लेकर प्रशासन सख्त हो चुका है. कार्रवाई के दौरान भोजपुर और सारण के जिलाधिकारियों ने बॉर्डर एरिया पर 11 ट्रक 2 लोडर, 6 बाइक को जब्त कर लिया गया है. अवैध खनन कर रहे 39 मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है.
लाल बालू खनन पर लगी पाबंदी
बिहार सरकार के आदेश अनुसार अवैध खनन भंडारण पर रोक को लेकर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. 27 मई से लाल बालू खनन को लेकर 3 महीने तक के लिए पूरी तरह से पाबंदी लगा कर दी गई है. जिसके बाद लाल बालू सरकारी स्तर पर रोक दी गई है. उसके बावजूद भी जगह-जगह सारण और भोजपुर के क्षेत्रों में अवैध भंडारण किया जा रहा है. जिसको लेकर सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार और भोजपुर के जिलाधिकारी सहित कई अधिकारी और पुलिस बल के साथ मिलकर छापेमारी की. यह छापेमारी आरा-छपरा पुल के नीचे दियारा क्षेत्रों में हो रहे अवैध भंडारण को लेकर की गई.
11ट्रक, 2 लोडर, 6 बाइक जब्त
यहां पर तमाम लाल बालू का अवैध रूप से खनन कर रहे 39 मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया और उन पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही. इसके अलावा जिलाधिकारियों के द्वारा छापेमारी में 11 ट्रक, 2 लोडर, 6 बाइकों को जब्त कर लिया गया. यह भंडारण कहां से होता है इसकी जांच भी की जाएगी. अवैध भंडारण करने वाले व्यवसायियों के ऊपर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. लाल बालू पर पाबंदी लगने से इन दिनों बालू की कीमत आसमान छूने लगा है. जिससे आम लोगों के लिए घर बनाने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
लाल बालू की बढ़ती कीमतों से परेसान
वहीं, इस व्यवसाय में लगे वाहनों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वाहन मालिकों को वाहन की किस्तों को चुकाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय लोगों की मानें तो सरकार से लेकर आम लोगों तक लाल बालू का जरूरी काम इसी बालू पर टिका हुआ है. सरकार के द्वारा कभी नीलामी को लेकर तो कभी एनजीटी के खनन को बंद कर दिया है. जिससे तमाम लोग लाल बालू की बढ़ती कीमतों के कारण परेशान हैं. जिसके चलते लोगों को अपने मकान बनाने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.