मुंगेर न्यूज़: जिले में बढ़ती गर्मी के साथ 5 एकड़ से अधिक वाले 46 में से 38 तलाब और 95 आहर व पैन पूरी तरह सूख चुके हैं. सूखे तालाब तथा आहर व पैन में जल संरक्षण के उद्देश्य से लघु सिंचाई प्रमंडल मुंगेर द्वारा जीर्णोद्धार को डीपीआर बनाकर मुख्यालय को भेज दिया गया है. लेकिन प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलने के कारण योजनाओं में काम शुरू नहीं हो पाया है. जबकि 15 जून के बाद मिट्टी वर्क नहीं करने का प्रावधान है.
जल जीवन हरियाली योजना और हर खेत तक सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने की योजना पर लघु सिंचाई विभाग काम करता है. 5 एकड़ से अधिक बड़े तालाब के जीर्णोद्धार का कार्य लघु सिंचाई विभाग करता है. आहर और पैन में जल संरक्षण तथा चेकडैम निर्माण व जीर्णोद्धार का काम भी लघु सिंचाई विभाग करता है. जिले में 5 एकड़ से अधिक कुल 46 तालाब हैं. मात्र 8 में ही सालों भर पानी रहता है. शेष 38 तलाब फिलहाल पूरी तरह सूख चुके हैं. सभी 95 आहर और पैन तथा 03 चेक डैम भी सूखे हैं.
लघु सिंचाई विभाग विभाग द्वारा सभी सूखे तालाब व आहर पैन के जीर्णोद्धारके लिए डीपीआर बनाकर मुख्यालय पटना को भेजा गया हैै. विभागीय उदासीनता का आलम यह है कि लघु सिंचाई प्रमंडल मुंगेर द्वारा 53 तालाब, आहर और पैन के जीर्णोद्धार के लिए डीपीआर बना कर तीन माह पूर्व ही भेजा गया है. किन्तु 31 योजनाओं में अब तक तकनीकी स्वीकृति मिली है, प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिल पाई है. शेष 22 योजना में तकनीकी स्वीकृति भी नहीं मिली है.
ऐसे में जल संरक्षण के लिए तालाब आहर और पैन का जीर्णोद्धार समय पर कैसे हो सकेगा.
तलाब में मिट्टी वर्क पर लगाई गई है रोक
विभागीय नियम के अनुसार 15 जून के बाद तलाब, आहर या पैन के जीर्णोद्धार के लिए मिट्टी वर्क नहीं किया जाना है. अगर 15 जून के बाद बारिश नहीं होती है तब विभाग से परमिशन लेकर ही मिट्टी वर्क किए जाने का प्रावधान है. अप्रैल माह बीतने को है. ऐसे में प्रशासनिक स्वीकृति के अभाव में 15 जून तक आहर पैन व तालाब में मिट्टी वर्क पूर्ण कर जीर्णोद्धार संभव नहीं दिखता.
28 योजनाओं की डीपीआर तैयार की गई
लघु सिंचाई प्रमंडल द्वारा जिल जीवन हरियाली के तहत 28 सूखे पोखर तथा तलाब के जीर्णोद्धार का डीपीआर बनाकर मुख्यालय को भेजा है. हर खेत तक सिंचाई का पानी योजना के तहत 25 आहर व पैन के जीर्णोद्धार हेतु डीपीआर बनाकर मुख्यालय पटना भेजा गया है. मुख्यालय पटना द्वारा महज 31 योजनाओं में ही तकनीकी स्वीकृति प्रदान की गई है. योजना में प्रशासनिक स्वीकृति अब तक नहीं मिली है.
विभाग द्वारा जल जीवन हरियाली और हर खेत को सिंचाई का पानी योजना के तहत 53 तालाब आहार पैन के जीर्णोद्धार हेतु डीपीआर बनाकर मुख्यालय को भेजा गया है. इनमें से 31 परियोजनाओं की तकनीकी स्वीकृति मिली है. परंतु प्रशासनिक स्वीकृति में विलंब के कारण टेंडर में विलंब हो रहा है.
- पवन कुमार, कार्यपालक अभियंता, लघु सिंचाई प्रमंडल, मुंगेर.