मुजफ्फरपुर: स्कूली बच्चों में आपदा प्रबंधन की समझ हो, आपदा से खुद का और स्कूल के आसपास के ग्रामीणों को बचाव की सीख मिले, इसके लिए स्कूलों में बाल प्रेरक तैयार किये गये हैं. सूबे से तीस लाख सात हजार 641 स्कूली छात्र-छात्राओं को बाल प्रेरक के तौर पर तैयार किया गया है. ये स्कूल के सुरक्षित की गतिविधि करवायेंगे.
इन बाल प्रेरकों के माध्यम से सूबे के 75 हजार 415 स्कूलों के 64 लाख 22 हजार 104 छात्र-छात्राओं को जोड़ा गया है. ये सभी बच्चे सुरक्षित में हर सप्ताह शामिल होंगे. बता दें कि अब तक पहली से आठवीं तक ही सुरक्षित होता था, लेकिन अब नौवीं से 12वीं तक भी सुरक्षित लागू कर दिया गया है. एससीईआरटी ने प्रत्येक माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल के एक-एक शिक्षक को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण भी दिया है.
जिला बाल प्रेरक
अररिया 1562
अरवल 6125
औरंगाबाद 8048
बांका 18132
बेगूसराय 5320
भागलपुर 1575
भोजपुर 1742
बक्सर 2236
दरभंगा 33458
पूर्वी चंपारण 16965
गया 18395
गोपालगंज 1850
जमुई 6760
जहानाबाद 1597
कैमूर 8738
कटिहार 7619
खगड़िया 3399
किशनगंज 5608
लखीसराय 2696
मधेपुरा 3240
मधुबनी 2108
मुंगेर 2415
मुजफ्फरपुर 9038
नालंदा 9760
नवादा 4998
पटना 12256
पूर्णिया 10162
रोहतास 12888
सहरसा 10205
समस्तीपुर 12468
सारण 12600
शेखपुरा 2873
शिवहर 2074
सीतामढ़ी 15641
सीवान 8259
सुपौल 1388
वैशाली 21347
पश्चिम चंपारण 2056
● सुरक्षित लिए राज्यभर से बाल प्रेरक किए गए तैयार
हर स्कूल में बाल प्रेरक तैयार किये गये है. अब बच्चे ही बच्चों को आपदा बचाव की जानकारी देंगे. सुरक्षित की तमाम गतिविधियां ये अन्य स्कूली बच्चों को करवाएंगे. इसके अलावा ग्रामीणों को भी आपदा प्रबंधन की जानकारी देंगे.
-सज्जन आर, निदेशक, एससीईआरटी