पटना। पटना से कोटा जा रही पटना -कोटा एक्सप्रेस में उस समय अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया जब इस ट्रेन में यात्रा कर रहे 90 यात्रियों के एक जत्थे में से 2 यात्रियों की मौत हो गई और 6 अन्य बीमार हो गए। इस दौरान रेलवे के स्टाफ ने भी यात्रियों की बिगड़ रही हालत पर ध्यान नहीं दिया, जबकि इस दौरान स्लीपर कोच में चेकिंग टीम के सदस्य भी पहुंचे होंगे। दरअसल, पटना - कोटा एक्सप्रेस एक्सप्रेस में 90 तीर्थयात्रियों के दल के सदस्य ट्रेन के कोच संख्या एस-1, एस-2, एस-3 में सवार थे। तीनों ही कोचों में सवार यात्रियों की तबीयत रात का खाना खाने के बाद बिगड़ी थी। सहयात्री मीनाराम ने बताया कि ज्यादातर यात्रियों ने रात में खाना खाया था। अधिकारियों ने बताया कि शुरूआती जांच में यात्रियों की मौत की वजह डिहाइड्रेशन बताई जा रही है।
वहीं, रेलवे आगरा मंडल के सहायक वाणिज्य प्रबंधक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पटना कोटा एक्सप्रेस से सूचना मिली थी। उसके बाद टीम भेजी गई। जिसमें यह सामने आया है कि इस घटना में 2 यात्रियों की मौत हो गई है और 5 यात्री अस्पताल में भर्ती हैं। डॉक्टर के मुताबिक मौत का कारण डिहाइड्रेशन है। ये सभी 90 यात्री छत्तीसगढ़ के रायपुर से काशी गए थे और वहां से पटना-कोटा एक्सप्रेस से मथुरा जा रहे थे। बीमार हुए 6 यात्रियों में से 5 लोगों को आगरा के रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि छठे शख्स का इलाज एसएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
इधर,आगरा डिविजन की सीपीआरओ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि -रेलवे हेल्पलाइन नंबर पर यात्रियों के बीमार होने की सूचना मिली. ये सभी एसी डिब्बों में यात्रा कर रहे थे। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर डॉक्टरों ने करीब 62 साल की एक महिला और 65 साल के एक पुरुष को मृत घोषित कर दिया। इसी जत्थे के पांच अन्य यात्रियों का इलाज चल रहा है। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘पोस्टमार्टम के बाद ही ये साफ हो पाएगा कि इसकी असली वजह क्या है।