नगर निकायों में 1.23 लाख जल संरचनाएं जर्जर

Update: 2023-09-25 05:20 GMT

बक्सर: राज्य में जल के तमाम स्रोतों और इन्हें संग्रहित करने वाली सभी तरह की इकाइयों को पूरी तरह से जीवित करने की मुहिम जल-जीवन-हरियाली मिशन के तहत चलाई जा रही है. सभी नगर निकायों और अन्य क्षेत्रों में 1 लाख 23 हजार 472 ऐसी जल संरचनाएं हैं, जो अब भी जीर्ण-शीर्ण हालत में पड़ी हुई हैं. इनके उद्धार की आवश्यकता है परंतु तमाम निर्देशों के बावजूद इसको लेकर कार्रवाई की रफ्तार सुस्त है.

सभी नगर निकायों और ग्रामीण क्षेत्रों से मिशन की वेबसाइट पर अपलोड डाटा में इसका खुलासा हुआ है. इसके मुताबिक, पूरे राज्य में 2 लाख 36 हजार 189 तालाब, आहार, पईन, पोखर समेत अन्य जल संरचनाएं मौजूद हैं. इसमें 19 हजार 34 संरचनाओं पर अतिक्रमण है, जिसमें 1846 पक्का या स्थाई और 11 हजार 703 कच्चा या अस्थाई अतिक्रमण मौजूद है. कुछ स्थानों पर जल संरचाओं को भरकर या इनका स्थाई अतिक्रमण करते हुए मकान तक बना लिए गए हैं. शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में किसी तरह की जल संरचनाओं पर अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को सौंपी गई है. विभाग ने इसके लिए सभी अंचलों के सीओ और जिला स्तर पर अपर समाहर्ता (राजस्व) को ऐसी संरचनाओं की जांच कर इन पर मौजूद अतिक्रमण हटाने की जिम्मेदारी सौंपी है.

भोला पासवान की लगे प्रतिमा तिवारी

राष्ट्रीय दुसाध महासभा की ओर से जगजीवन राम संसदीय अध्यन शोध संस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. भोला पासवान शास्त्रत्त्ी की 109वीं जयंती मनाई गई. उद्घाटन राजद के वरिष्ठ नेता शिवानन्द तिवारी और जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने किया. अध्यक्षता राष्ट्रीय दुसाध महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र पासवान ने की.

शिवानन्द तिवारी ने मांग है कि उनकी आदमकद प्रतिमा पटना में लगाई जाए. मौके पर दशरथ पासवान, वर्मा कुमार, राजू रजक, रामबली चंद्रवंशी, राजू दानवीर, गजेन्द्र मांझी शामिल थे.

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