दरभंगा न्यूज़: नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव से कोई भी इलाका बचा हुआ नहीं है. बारिश के दिनों में शहर के प्रत्येक वार्ड में जलजमाव की समस्या होती है. जानकारों का कहना है कि नालों की समुचित सफाई नहीं होने से यह समस्या उत्पन्न होती है. शहर को इस समस्या से निजात दिलाने में नगर निगम फेल है. नगर निगम नाला उड़ाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करता है.
नगर निगम के अधिकारियों के मुताबिक इस साल अब तक 70 प्रतिशत से अधिक मुख्य और ब्रांच नालों की सफाई का काम पूरा कर लिया गया है. लेकिन यह सफाई सिर्फ नगर निगम के कागजों तक ही सीमित है. धरातल पर स्थिति कुछ और है. शहर से जलनिकासी के लिए बने एक भी मुख्य नाले की समुचित सफाई नहीं हुई है. बेला मोड़, दोनार, अल्लपट्टी, भटवा पोखर, बेंता और चट्टी चौक मुख्य नाले का आउटलेट जाम है. सभी नालों में जलकुंभी और कचरा जमा है. जब मुख्य नाले का आउटलेट ही जाम है तो जाहिर सी बात है कि बारिश होने पर शहर का पानी शहर के नालों से होकर सड़क पर फैलेगा और शहर एक फिर इस बारिश में भी जलजमाव का संकट झेलेगा.
चट्टी चौक के पवन कुमार ने बताया कि चट्टी चौक मुख्य नाले का आउटलेट कमला नदी में मिलता है. इस नाले से लहेरियासराय के कई मोहल्लों सहित जिले के वरीय अधिकारियों की कॉलोनी के पानी की निकासी होती है. लेकिन नगर निगम की ओर से जब इस नाले की सफाई सही तरीके से नहीं होती है तो और अन्य जगहों का हाल तो इससे भी बुरा होगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम ने नालों की सफाई सही ढंग से नहीं करवाकर पानी निकलने की एक नई तरकीब लगायी है. कई जगहों पर देखे हैं कि बड़े-बड़े दमकल लगाकर नाले से पानी निकला जाता है. इसमें जनता के पैसे को डीजल में फूंकने के बाद भी जलजमाव से बचाव का समुचित उपाय नहीं हो पाता है.
उन्होंने कहा कि नगर निगम को शहर को जलजमाव से मुक्त बनाने के लिए नाले का चौड़ीकारण, अतिक्रमणमुक्त और समुचित सफाई करवानी चाहिए. दमकल इसका समुचित उपाय नहीं है. आरएस टैंक के दिलीप झा ने कहा कि नगर निगम की ओर से हर साल सभी नालों की समुचित सफाई कराने की घोषणा की जाती है, पर धरातल पर ऐसा कुछ होता नहीं है. आखिर सफाई के नाम पर खर्च हो रहे लाखों रुपए का धरातल पर तो कुछ असर दिखना चाहिए. उन्होंने कहा कि नालों की समुचित सफाई नहीं हो पाने के कारण ही बारिश के दिनों में हर साल शहर के लोगों को जलजमाव की समस्या का सामना करना पड़ता है.