भोपाल सायबर क्राइम की टीम ने दिल्ली से जॉब दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतर्राजीय गिरोह को किया गिरफ्तार

Update: 2022-02-22 18:12 GMT

भोपाल सायबर क्राइम की टीम ने अंतर्राजीय गिरोह के दो ऐसे युवकों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है जो मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर मोबाइल पर लिंक भेज कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे थे। बताया जा रहा है कि अभी तक लगभ 10 लाख रुपये की धोखाधङी कर चुके हैं।

मिली जानकारी के अनुसार सागर मौर्य पिता महादेव मौर्य नि. म.नं.-501 मिसरोद भोपाल(म.प्र.) ने दिनांक-09/12/2021 को सायबर क्राईम भोपाल में एक शिकायती आवेदन देते हुये बताया कि मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर मेरे मोबाइल पर एक लिंक शेयर की लिंक पर क्लिक करते ही खाते से 81040/- रूपये कट गये । भोपाल सायबर क्राईम ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुये धारा 420 के तहत माला दर्ज कर जब छान बीन शुरू की तो पता चला कि दिल्ली में बैठ कर लोगों को ठगा जा रहा है। भोपाल सायबर क्राइम की टीम ने तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से दिल्ली, के बवाना थाना क्षेत्र से दो युवकों को गिरफ्तार कर 02 मोबाईल फोन, तीन सिम कार्ड ,एक डेबिट कार्ड एवं एक बैंक पासबुक बरामद किया है।

पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम 1. अरविन्द कुमार पिता मुकेश कुमार उम्र -27,निवासी-म नं .86 ग्राम –दरियापुर कलां थाना बवाना नार्थ वेस्ट दिल्ली, 2. दीपक पिता कर्म सिंह उम्र -26,निवासी-म नं .66 ग्राम –दरियापुर कलां थाना बवाना नार्थ वेस्ट दिल्ली बताया है। पूछ ताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि विभिन्न बेबसाईटों से बेरोजगार व्यक्तियों के मोबाईल नम्बर प्राप्त कर जॉब उपलब्ध कराने के लिये कॉल करते थे। कॉल करके बोला जाता था कि हम नौकरी डॉट काम से बात कर रहे हैं। हम आपको बडी व मल्टीनेशनल कम्पनी में जॉब दिलावाएगें जिसके लिए एक रजिस्ट्रेशन फार्म भरना होगा। जिसकी लिंक आरोपी द्वारा बेरोजगार व्यक्तियों को उनके व्हॉटसएप नम्बर पर भेजी जाती थी। लिंक को खोलते ही व्यक्तियों को विभिन्न जॉब ऑफर दिखाई देते थे। फरियादी द्वारा जब ऑफर पर क्लिक कर ओपन किया जाता था तब 10/-रू के पेमेन्ट के लिए एक नया पेज खुलता था जब फरियादी द्वारा पेमेण्ट के लिए बैंकिंग जानकारी भरी जाती थी तब आरोपियों के द्वारा उक्त बैंकिंग जानकारी का दुरूपयोग कर फरियादी के खाते से धोखाधडी पूर्वक मोटी रकम ऐंठ ली जाती थी। उक्त रकम फर्जी खातों में ट्रान्सफर कर एटीएम मशीन से नगद आहरण कर लिया जाता था।

आरोपी द्वारा घटना में प्रयोग किये गये बैंक खातों के बारे में विवेचना व अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। साथ ही साथ भोपाल पुलिस ने एक एडवायजरी जारी करते हुये लोगों से कहा है कि निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखेः-

नौकरी देने वाली कंपनियां अपनी ऑथोराईज्ड् बेबासाईट पर ही नौकरी का ऑफर करती है।

नौकरी देने वाली कंपनियों द्वारा Whatsapp पर कोई कॉल लेटर नहीं भेजी जाती है।

नौकरी में सिलेक्ट होने पर कंपनी द्वारा दिये गये ऑफर/ कॉल लेटर की जाँच कंपनी के स्थानीय कार्यालय जाकर कर लें ।

अगर कंपनी द्वारा पैसों की माँग की जा रही है तो खाते की जानकारी प्राप्त करें कि खाता किसी व्यक्ति का है या किसी संस्था का है।

अनऑथोराईज्ड् लिंकों पर क्लिक न करें व अपनी गोपनीय जानकारी शेयर न करें | सायबर क्राइम पुलिस का कहना है कि

वर्तमान में सायबर ठगो द्वारा ओएलएक्स तथा अन्य जाँब सर्चिंग साईट्स पर फर्जी विज्ञापन दिया जाता है, जिससे बेरोजगार इनसे सम्पर्क करते हैं। बेरोजगारों को जॉब दिलाने वाली कंपनी द्वार दिये गये मोबाईल नंबर तथा विज्ञापन की सत्यता की जाँच कर लेनी चाहिये। जॉब देने वाली कोई भी कंपनी बेरोजगारों से किसी प्रकार से पैसों की मांग नही करती है। जॉब में सिलेक्ट होने पर कंपनी द्वारा दिये गये ऑफर/ कॉल लेटर की जाँच कंपनी के स्थानीय स्तर के कार्यालय जाकर कर लेनी चाहिये।

सायबर क्राइम संबंधित घटना घटित होने की सूचना भोपाल सायबर क्राइम के हेल्पलाइन नम्बर 9479990636 अथवा राष्ट्रीय हेल्पलाईन नंबर 1930 पर आप दे सकते हैं।

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