पूर्वोत्तर राज्य असम के बरपेटा में महापुरुष श्रीश्री माधवदेव द्वारा स्थापित वैष्णव मठ में जबदस्त होली मनाई
पूर्वोत्तर राज्य असम के बरपेटा में महापुरुष श्रीश्री माधवदेव
गुवाहाटी। होली का त्योंहार पूरे भारत में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। पूर्वोत्तर राज्य असम के बरपेटा में महापुरुष श्रीश्री माधवदेव द्वारा स्थापित वैष्णव मठ में जबदस्त होली मनाई जाती है। होली के मौके पर यह शहर गीतों की धुनों से सराबोर होता है। होली के इस त्योंहार को बरपेटा वासियों के प्राण जैसा महोत्सव कहा जाता है। बरपेटा मठ में होली के मौके पर दौल महोत्सव मनाया जाता है और इस दौरान यहां पर काफी चहल-पहल रहती है।
चार दिन चलता है दौल महोत्सव
उल्लेखनीय है कि बरपेटा सत्र यानि वैष्णव मठ में होली के अवसर पर 4 दिवसीय दौल महोत्सव मनाया जाता है। इस महोत्सव में राज्य ही नहीं बल्कि देश के अन्य हिस्सों के लोग शामिल होने के लिए आते हैं। दौल महोत्सव के आयोजन के के तहत अब पूरे बरपेटा में होली के गीत बज रहे हैं। बरपेटा सत्र के आसपास होली के गीतों की धुन के साथ-साथ सत्रनगरी बरपेटा के विभिन्न कार्यक्रमों में होली गीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है।
होली गीत प्रतियोगिता का आयोजन
बरपेटा आंचलिक छात्र संघ पिछले 29 वर्ष से दौल महोत्सव के एक दिन पहले होली गीत प्रतियोगिता का आयोजन करते आ रहा है। इस बार भी यह प्रतियोगिता आयोजित की गयी है। संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता गुणिंद्र नाथ ओझा ने शुरू की गई आसू की होली गीत प्रतियोगिता में युवक-युवतियां भाग ले रही हैं। इसी तरह संस्कार भारती, असम युवा परिषद की बरपेटा जिला कमेटी, भाजपा युवा मोर्चा सहित विभिन्न संस्थाओं के द्वारा होली गीत प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।
गिन बहोत्सव, भरदौल तथा सुवेरी का आयोजन
आपको बता दें कि बरपेटा जिला भाजपा युवा मोर्चा की होली गीत प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ किया गया है। इसमें बरपेटा सत्र के डेकासत्रिया गौतम पाठक ने किया। इसके बाद चार दिवसीय कार्यक्रमों के साथ बरपेटा सत्र में दौल महोत्सव का शुभारंभ हो गया। चार दिवसीय बरपेटा सत्र में दौल महोत्सव के पहले गिन बहोत्सव, भरदौल तथा सुवेरी का आयोजन किया जा रहा है।