जलदूत कार्यक्रम के तहत स्थापित जलशाला का मंत्री ने किया उद्घाटन

Update: 2023-05-21 10:20 GMT
कामरूप। राज्य के लोक स्वास्थ्य तकनीकी मंत्री जयंत मल्लबरूवा ने शुक्रवार को कामरूप (ग्रामीण) जिले के पचरिया में जलदूत कार्यक्रम के तहत एक जल शाला का उद्घाटन किया। इस मौके पर मंत्री बरुवा ने कहा कि जलदूत पहल हमारे राज्य में अनूठी है और देश के अन्य राज्य भी इसे एक मॉडल के रूप में अपना सकते हैं। इस तरह के कदम छात्रों को समाज की भलाई के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। असम में जेजेएम की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि, पहले से ही 50 प्रतिशत लोगों को एफएचटीसी के माध्यम से स्वच्छ पेयजल मिल रहा है और हम जल्द से जल्द सौ प्रतिशत कवरेज की दिशा में अपना काम आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जेजेएम स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित करेगा जिसके माध्यम से कई जल जनित बीमारियों को काफी हद तक कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि जलशालाएं जल संरक्षण, पानी की गुणवत्ता, जल आपूर्ति योजनाओं, सार्वजनिक भागीदारी और नल स्वच्छ जल आपूर्ति योजनाओं के बारे में जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
इसके लिए राज्यभर में 7 हजार से अधिक जलशालाओं में दो लाख छात्रों को जलदूत के रूप में दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए आज के आयोजन में जल जीवन मिशन का 'थीम सॉन्ग' जारी किया गया और पानी की गुणवत्ता निर्धारित करने के लिए 'जलदूत किट' दी गई। इस अवसर पर सांसद क्वीन ओझा, जन स्वास्थ्य तकनीकी विभाग के विशेष सचिव दिगंता बरुवा, जल जीवन मिशन के एमडी कैलाश कार्तिक, कामरूप जिला उपायुक्त कीर्ति जली, लोक स्वास्थ्य तकनीकी विभाग (जल) के मुख्य अभियंता दिव्यज्योति दुवारा, मुख्यमंत्री ऑन स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर हेमंत चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि जलदूत कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आठवीं-12वीं कक्षा के छात्रों के बीच समर्पित स्वयंसेवकों का एक नेटवर्क बनाना है, जिसे जलदूत के नाम से जाना जाता है।
Tags:    

Similar News

-->