असम के जोरहाट के टीओक की रहने वाली युवती पेरिसमिता गोगोई ने बतलाया स्वगोजगार का शानदार तरीका
स्वगोजगार का शानदार तरीका
नारीवाद की धारणा भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में आग की तरह फैल रही है। हाल ही में एक सबसे बड़ा नारीवाद के उदाहरण के रूप में सामने आने वाली असम के जोरहाट के टीओक की रहने वाली एक लड़की पेरिसमिता गोगोई ने स्वगोजगार (Self-Employment) का शानदार तरीका बतलाया है।
पेरिसमिता गोगोई (Parismita Gogoi) से, जो एक गरीबी से आती हैं और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए एक अखबार के फेरीवाले (Newspaper Hawker) के रूप में काम करने को मजबूर हैं। यह साथ पाठकों के दरवाजे पर नियत समाचार पत्रों को वितरित करने के लिए साइकिल चलाती है।
पेरिसमिता गोगोई (Parismita Gogoi) अखबार बांटने के अलावा, वह कुछ अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए मुर्गी पालन (poultry) भी करती हैं। इस मल्टी-टास्किंग मेहनती लड़की की स्थानीय लोगों ने जीवन में असामान्य रास्ता अपनाने के लिए सराहना की है। वह एक आर्थिक रूप से स्वतंत्र महिला का प्रतीक है।