नई दिल्ली (आईएएनएस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि अगला लोकसभा चुनाव खत्म होने से पहले राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल की कोई जरूरत नहीं है। सरमा ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से कहा, “हम अगले साल के आम चुनाव तक कैबिनेट में कोई फेरबदल या विस्तार नहीं करने जा रहे हैं। हालांकि, एक बार चुनाव खत्म हो जाने के बाद राज्य में मंत्रिपरिषद में बड़ा बदलाव हो सकता है।”
असम में तीन मंत्रियों के पद खाली हैं। हालांकि, सरकार गठन के दो साल से अधिक समय के बाद भी मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने संकेत दिया है कि उन खाली पदों को भरने की कोई जल्दी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम में भाजपा की संभावना काफी अच्छी है। लोग सरकार के काम से खुश हैं।
असम में 126 विधायक हैं और नियम के मुताबिक सरकार में मुख्यमंत्री समेत कुल 19 मंत्री हो सकते हैं। हालांकि, वर्तमान में राज्य में केवल 16 मंत्री हैं, जिनमें से कुछ भाजपा के सहयोगी असम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) से हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि राज्य में चल रही परिसीमन प्रक्रिया को लेकर लोगों में कोई नाराजगी नहीं है।
उन्होंने कहा, “केवल कुछ लोगों ने भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा प्रकाशित मसौदा प्रस्ताव में कुछ मामूली बदलावों का आग्रह किया है। हमने इसे आगे बढ़ा दिया है। लेकिन असम में परिसीमन के खिलाफ कोई समग्र प्रतिरोध नहीं है।”
इस बीच, ऐसी अटकलें थीं कि लोकसभा चुनाव से पहले असम भाजपा अध्यक्ष भाबेश कलिता को पदमुक्त किया जा सकता है और एक नया चेहरा पेश किया जा सकता है। हालांकि, सरमा ने कहा कि पार्टी की आम चुनाव से पहले कलिता को बदलने की कोई योजना नहीं है।