व्यक्ति ने बनाया 4 सदस्यों के लिए स्कूटर, तीन सालों में बनकर हुआ तैयार
भारत विचित्र चीजों का देश है,और इसलिए हमें कई बार ऑटोमोबाइल क्षेत्र की कुछ विचित्र चीजें देखने को मिलती हैं।
नई दिल्ली, भारत विचित्र चीजों का देश है,और इसलिए हमें कई बार ऑटोमोबाइल क्षेत्र की कुछ विचित्र चीजें देखने को मिलती हैं। कई बार हम आप तक इलेक्ट्रिक वाहन के मॉडिफाई वर्जन की खबरें पहुंचा चुके हैं। हालांकि आज हमारे लेख का विषय ईवी नहीं है, दरअसल, इस स्कूटर को लिमोसिन नाम दिया जा सकता है। असम के एक व्यक्ति ने अपने चार सदस्यों के परिवार के लिए एक स्कूटर डिज़ाइन किया है, और इसका एक वीडियो इंटरनेट पर देखा जा रहा है, जिसमें व्यक्ति इस स्कूटर का उपयोग करते हुए दिखाई दे रहा है।
स्कूटर के मालिक अतुल दास AD Automobile के मालिक हैं, उनका कहना है कि उन्होंने कुछ हफ्ते पहले इस स्कूटर को तैयार किया किया था। इस प्रोजेक्ट के लिए, दास ने दो स्कूटर खरीदे और उन्हें एक साथ जोड़ा। बिना किसी असुविधा के स्कूटर पर चार लोगों का परिवार आराम से बैठ सकता है। उन्होंने कहा कि "इस स्कूटर को बनाना मेरा सपना था, और अब यह सच हो गया है। मेरे मन में कुछ अलग करने का मन है। मैंने अपना काम तीन साल पहले शुरू किया था और आखिरकार अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। मैं इसे पाकर अब खुश हूँ।"
बताते चलें, कि भारत में ऐसे परिवर्तन कानूनी नहीं हैं। भारत का सर्वोच्च न्यायालय और मोटर वाहन अधिनियम सार्वजनिक सड़कों पर संचालित करने के लिए ऐसे संशोधन पर प्रतिबंध लगाता है। हालांकि, ऐसे वाहन कई लोगों के लिए प्रोजेक्ट कार हो सकते हैं और कोई भी निजी संपत्तियों जैसे रेसिंग ट्रैक या फार्महाउस पर उनका उपयोग कर सकता है। हालांकि, पुलिस इसे सार्वजनिक सड़कों से जब्त कर सकती है।
ऐसे वाहन निश्चित रूप से सड़कों पर बहुत ध्यान आकर्षित करते हैं लेकिन चूंकि वे स्थानीय गैरेज में उचित वेल्डिंग उपकरण के बिना बनाए जाते हैं, इसलिए वे खतरनाक हो सकते हैं। सड़क पर चलते समय अगर कोई वाहन टूट जाता है तो यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। भारत में कई ऐसी मॉडिफाइड कारें हैं जो शादियों के लिए इस्तेमाल की जाती हैं और खास मौकों पर किराए पर भी उपलब्ध हैं।