एक आधिकारिक बुलेटिन में कहा गया है कि असम में बाढ़ की स्थिति में गुरुवार को सुधार जारी रहा, हालांकि चार जिलों में करीब 2.29 लाख लोग अब भी बाढ़ की चपेट में हैं।
बुधवार तक, राज्य के पांच जिलों में आपदा से 2.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए थे।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के बुलेटिन के अनुसार, कछार, चिरांग, मोरीगांव और तामुलपुर जिलों में बाढ़ के कारण कुल मिलाकर 2,28,500 लोग प्रभावित हुए हैं।
राज्य में इस साल आई बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की कुल संख्या 193 है।
1.34 लाख से अधिक लोगों के साथ कछार सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, इसके बाद मोरीगांव (92,850) और तामूलपुर (1,050) हैं।
एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 175 गांव पानी में डूबे हुए हैं और 527 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है।
अधिकारी पांच जिलों में 61 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां 2,636 बच्चों सहित 15,705 लोगों ने शरण ली है।
बोंगाईगांव, माजुली, मोरीगांव, नलबाड़ी और तिनसुकिया जिलों में बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है।
असम में अभी कोई नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।
डिब्रूगढ़, करीमगंज, कार्बी आंगलोंग, पश्चिम कार्बी आंगलोंग, मोरीगांव, तामूलपुर और उदलगुरी में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।