गुवाहाटी के गोरचुक इलाके में 45 घरों को बेदखल अभियान की जांच की मांग

ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन (ABSU) ने गुवाहाटी के गोरचुक इलाके में 45 घरों को बेदखल करने की जांच की मांग की है।

Update: 2022-02-05 14:06 GMT

असम : ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन (ABSU) ने गुवाहाटी के गोरचुक इलाके में 45 घरों को बेदखल करने की जांच की मांग की है। बोडो समुदाय के कम से कम 45 परिवारों को 31 जनवरी को गुवाहाटी के गोरचुक के नालापारा से 'बिना किसी पूर्व सूचना के' बेदखल कर दिया गया था। ABSU के अध्यक्ष दीपेन बोरो (Dipen Boro) ने एक पत्र में कहा कि "नालापारा के परिवार लंबे समय से वहां रह रहे हैं। भूमि एक गैर सरकारी संगठन-'क्षेत्रीय मानव संसाधन विकास केंद्र' द्वारा दान की गई थी "। दुर्भाग्य से, 31 जनवरी, 2022 को वन विभाग ने उनके घरों में तोड़फोड़ की और उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुँचाया और उन्हें जगह से बेदखल (evict) करने की चेतावनी दी।

दीपेन बोरो (Dipen Boro) ने कहा कि "तथ्य यह है कि आस-पास के क्षेत्र में बड़ी संख्या में विभिन्न अवैध प्रवासियों के नए घर हैं लेकिन विभाग ने उन्हें बेदखल नहीं किया है। यह धरती के पुत्र और स्वदेशी आदिवासी लोगों के साथ सरासर अन्याय है, "।
ABSU ने आरोप लगाया कि कुछ दोषी अधिकारियों के निर्देश पर वन विभाग द्वारा बेदखली अभियान चलाया गया था। पत्र में कहा गया है, "हम बेदखल किए गए परिवारों (evicted families) को उसी स्थान पर पुनर्वास और जमीन के पट्टे के साथ-साथ मुआवजा प्रदान करने की भी मांग करते हैं।"
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