मुख्यमंत्री ने असम चाय निगम के तहत चाय बागानों की भविष्य की कार्रवाई तय करने के लिए की बैठक
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गुवाहाटी। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने गुरुवार को जनता भवन (असम सचिवालय) स्थित अपने कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित बैठक में असम चाय मजदूर संघ सहित अन्य पक्षकारों के साथ असम चाय निगम के अंतर्गत चाय बागानों के सामने चुनौतियां और आने वाले दिनों में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में विस्तार से चर्चा की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि असम चाय निगम के तहत घाटे में चल रही चाय बागानों के प्रबंधन में आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए इन चाय बागानों को निजी संस्थानों को पट्टे पर दिया जाएगा, न कि बेचा जाएगा और बागानों का स्वामित्व असम चाय निगम के पास रहेगा। मुख्यमंत्री ने उपस्थित हितधारकों को यह भी बताया कि यदि नए प्राधिकरण, जिन्होंने पट्टे पर बागानों के प्रबंधन की जिम्मेदारी ली है।
बागानों के कर्मचारियों और मजदूरों के बकाया का भुगतान करने में विफल रहते हैं, तो राज्य सरकार ऐसे बागानों के प्रबंधन की जिम्मेदारी वापस ले लेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बराक और ब्रह्मपुत्र घाटियों के लिए तीन-तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि असम चाय निगम से बकाया राशि की रक्षा की जा सके। बैठक में चाय जनजातीय कल्याण मंत्री संजय किशन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा, असम चाय मजदूर संघ के अध्यक्ष पवन सिंह घाटोवार, असम चाय निगम लिमिटेड के अध्यक्ष और विधायक राजदीप ग्वाला, भारतीय चाय मजदूर संघ, असम चाय कर्मचारी संघ, बराक वैली के प्रतिनिधियों के साथ ही राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारी उपस्थित थे।