असम पुलिस ने अलकायदा से जुड़े 34 से ज्यादा लोगों को किया गिरफ्तार
34 से ज्यादा लोगों को किया गिरफ्तार
असम पुलिस ने अलकायदा से जुड़े 34 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि राज्य के युवाओं को कट्टरता फैलाने के लिए उकसाया जा रहा है। हालांकि इसे सफल नहीं होने दिया जाएगा। असम डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार लोग अलकायदा के हैं। असम पुलिस इस तरह की साजिश सफल नहीं होने देगी। उन्होंने बताया कि असम में अलग अलग मदरसों के समूह हैं। कुछ नए समूह भी बन रहे हैं, कुछ लोग मदरसों का लाभ ले रहे हैं। ये पूरी साजिश असम से बाहर खासकर बांग्लादेश में अलकायदा द्वारा रची जा रही है, ताकि युवाओं को उकसा कर कट्टरता फैलाई जा सके।
असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अल-कायदा इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआइएस) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी ) आतंकी समूहों से जुड़े छह बांग्लादेशी आतंकियों ने कुछ साल पहले असम आकर मुस्लिम समुदाय के वर्चस्व वाले दूरदराज के इलाकों के कई लोगों को बहकाकर उन्हें अल- कायदा में भर्ती किया था। इनमें से दो आतंकी पिछले दो-तीन साल से गोआलपारा जिले में रह रहे थे। फखिउरा इलाके में छापेमारी की गई है, जहां बांग्लादेशी जिहादी रुके थे। जिस घर में आतंकी रुके थे उसका भी पता चल गया है। इन छह बांग्लादेशी आतंकियों में से पुलिस ने एक आतंकी को गिरफ्तार किया, वहीं पांच अन्य आतंकी फरार हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की जांच की तो इनकी पहचान तिनकुनिया शांतिपुर मस्जिद के इमाम अब्दुस सुभान और गोलपारा के तिलपारा नतुन मस्जिद के इमाम जलालुद्दीन शेख के रूप में हुई है। गौरतलब है कि असम में बांग्लादेशियों की घुसपैठ भी हो रही है। असम की एक अदालत ने भारत में पिछले साल अवैध तरीके से दाखिल होने के आरोप में दो बांग्लादेशियों को पांच-पांच साल कैद की सजा सुनाई है। ये भी खबर है कि 15 आतंकी बांग्लादेश से त्रिपुरा और मेघालय की सीमा पार कर हाल ही में भारत में दाखिल हुए हैं।