असम बाढ़ : पिछले 24 घंटों में 10 और लोगों की जान जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 118
असम में बाढ़ के कारण पिछले 24 घंटों में 10 और लोगों की जान जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 118 हो गई। राज्य के 30 जिलों में अभी भी 45 लाख से अधिक लोग आपदा से प्रभावित हैं। बारपेटा, धुबरी, करीमगंज और उदलगुरी जिलों से दो-दो और कछार और मोरीगांव से एक-एक मौत हुई है। राज्य की कई नदियों का जलस्तर घट रहा है। हालांकि धुबरी में ब्रह्मपुत्र और नगांव में कोपिली अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
कछार का सिलचर शहर लगातार पांचवें दिन पानी में डूबा है। सिलचर में बाढ़ मैपिंग के लिए दो ड्रोन तैनात किए गए हैं। इन ड्रोन का इस्तेमाल बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के लिए भी किया जा रहा है। नागालैंड के दीमापुर से भारतीय सेना की एक टीम के साथ ईटानगर और भुवनेश्वर से एनडीआरएफ की आठ टीमों को शहर में तैनात किया गया है। फंसे हुए लोगों को बचाने के लिए सीआरपीएफ के 10 और एसडीआरएफ के चार जवानों को नावों के साथ कछार जिले में भेजा गया है। प्रभावित लोगों के लिए राज्य सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर 0361-2237219, 9401044617 और 1079 (टोल फ्री) शुरू किए गए हैं
बारपेटा राज्य का सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 8.50 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद नगांव में पांच लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य भर में लगभग 2.50 लाख लोगों ने 717 राहत शिविरों में शरण ली है। शुक्रवार को उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके बेटे अनंत ने राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष (CMRF) में 25 करोड़ रुपये का दान किए।