GOLAGHAT गोलाघाट : प्रसिद्ध वायलिन वादक व संगीतकार माणिक बोरा का गुरुवार को गोलाघाट स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उनके आवास पर बड़ी संख्या में शुभचिंतकों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। गोलाघाट के प्रख्यात निबंधकार डॉ. अजीत बरुआ ने कहा कि असम के संगीत जगत की एक प्रमुख हस्ती माणिक बोरा हमेशा के लिए चले गए। कलकत्ता जाकर संगीत की शिक्षा लेने वाले माणिक बोरा असम के संगीत जगत में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए और गोलाघाट के प्रख्यात फिल्म निर्देशक स्वर्गीय शिवप्रसाद ठाकुर की फिल्म 'ममता' के जरिए उन्होंने सबसे पहले अपना नाम स्थापित किया। इसके अलावा गोलाघाट के संगीत जगत में रूपबन कलाक्षेत्र नामक संगीत
महाविद्यालय की स्थापना की और प्राचार्य का दायित्व संभालते हुए कई लोगों को संगीत की विविध शिक्षा दी। गोलाघाट एमेच्योर थिएटर सोसाइटी के सर्वोच्च सम्मान 'एमेच्योर थिएटर सोसाइटी अवार्ड' से उन्हें सम्मानित किया गया। उन्होंने बिना किसी पारिश्रमिक के कई संगीतकारों को संगीत सिखाया। संगीत और सामाजिक गतिविधियों के क्षेत्र में उनका बहुत बड़ा योगदान था। उनके निधन पर गोलाघाट के लोगों और उन सभी संगठनों ने गहरा शोक व्यक्त किया है, जिनसे वे जुड़े थे। उनके शुभचिंतकों और रिश्तेदारों ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए अपना दुख व्यक्त किया है।