लोकसभा स्पीकर ने किया कला संग्रहालय का उद्घाटन

11 से 13 मई तक अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर

Update: 2022-05-12 12:36 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) 11 से 13 मई तक अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर हैं. इस दौरान आज उन्होंने राज्य विधान सभा के कला संग्रहालय (Arunachal Pradesh State Legislative Assembly) का उद्घाटन किया. जिसके बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा, 'संग्रहालय विधानसभा की उत्पत्ति, विकास और कामकाज के साथ-साथ राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है. संग्रहालय का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया. लोकसभा अध्यक्ष (Lok Sabha Speaker) ने अपने संबोधन के दौरान कहा, इस तरह के सम्मेलन व्यापक-चर्चा संवाद को प्रोत्साहित कर विधायी परम्पराओं को उन्नत बनाते हैं. यही कारण है कि विगत दिनों गुवाहाटी में हुई CPA के अद्धवार्षिक सम्मेलन की चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई.

ओम बिरला ने आगे कहा, आजादी के बाद हमारे मनीषियों ने जिस संविधान की रचना की वह आज सम्पूर्ण विश्व के लिए प्रेरणा है. बाबा साहेब डा. भीम राव अम्बेडकर जी चाहते थे कि देश में राजनीतिक लोकतंत्र के साथ सामाजिक लोकतंत्र भी हो. उनकी भावनाओं के अनुरूप हमें जनता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना है. वहीं देश के विकास पर बात करते हुए उन्होंने कहा, बीते 75 वर्षों में देश में विकास हुआ है. उत्तर-पूर्व के राज्यों में भी अब विकास की बयार बह रही है. केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों से North-East अब देश की विकास की मुख्य धारा का प्रमुख हिस्सा बन चुका है. जैविक कृषि, हस्तशिल्प व पर्यटन के क्षेत्र में यहां विपुल संभावनाएं हैं.
बता दें इस कार्यक्रम में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, अरुणाचल प्रदेश विधान सभा के अध्यक्ष पासंग दोरजी सोना, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू आदि भी शामिल हुए. आंध्र प्रदेश विधान सभा राष्ट्रमंडल संसदीय संघ का सदस्य है. राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की आंध्र प्रदेश शाखा का गठन वर्ष 1968 में किया गया था.'राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को करता है प्रदर्शित'
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी किया था दौरा
वहीं इससे पहले पिछले साल भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू (M. Venkaiah Naidu) ने भी अरुणाचल प्रदेश का दौरा किया था. उपराष्ट्रपति के इस दौरे पर भारत और चीन के बीच जुबानी जंग छिड़ गई थी. चीन ने दौरे पर आपत्ति जताई थी. वहीं चीन की आपत्ति को भारत ने सिरे से खारिज करते हुए दो जवाब दिया था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अटूट और अभिन्न हिस्सा है.
चीन की आपत्ति का क्या मतलब?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारतीय नेताओं द्वारा भारत के किसी राज्य की यात्रा पर चीन के आपत्ति करने का कोई कारण नहीं है. बागची ने आगे कहा, हमने चीन के आधिकारिक प्रवक्ता की टिप्पणी को आज देखा है. हम ऐसे बयानों को खारिज करते हैं. अरुणाचल प्रदेश भारत का अटूट और अभिन्न हिस्सा है. बागची ने कहा था, भारतीय नेता नियमित रूप से अरुणाचल प्रदेश की यात्रा करते हैं जिस प्रकार वे भारत के अन्य राज्यों में जाते हैं.
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