सीएम पेमा खांडू करेगी अरुणाचल प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग अथॉरिटी की स्थापना
अरुणाचल प्रदेश की पेमा खांडू सरकार (Pema Khandu Govt.) अरुणाचल प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग अथॉरिटी (Arunachal Pradesh Infrastructure Financing Authority) की स्थापना करेगी।
अरुणाचल प्रदेश की पेमा खांडू सरकार (Pema Khandu Govt.) अरुणाचल प्रदेश इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग अथॉरिटी (Arunachal Pradesh Infrastructure Financing Authority) की स्थापना करेगी। अरुणाचल कैबिनेट ने स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान यह फैसला लिया है। बता दें कि अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) राज्य 1972 में बनाया गया था। 21 जानवरी, 2022 को इसे 50 साल हो गए हैं। इस प्रकार, राज्य अपनी 50वीं वर्षगांठ मना रहा है। महीने भर चलने वाले समारोह के पहले दिन कैबिनेट ने कई फैसले लिए हैं।
गौर हो कि कैबिनेट के फैसले के अनुसार स्वर्गीय के. ए. ए. राजा को "अरुणाचल रत्न" (Arunachal Ratna) पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। यह पुरस्कार अरुणाचल प्रदेश के सर्वोच्च राज्य पुरस्कारों में से एक है। वह पूर्व राज्यपाल थे। इसके अलावा 500 स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय सहायता के तहत एक-एक लाख रुपये दिए जायेंगे। साथ ही 300 प्राथमिक स्तर के महासंघों को दो-दो लाख रुपये मिलेंगे।
राज्य में जिला स्तरीय सुशासन सूचकांक तैयार किया जायेगा। "गोल्डन जुबली मॉडल स्कूल" (Golden Jubilee Model School) के रूप में विकसित करने के लिए 50 स्कूलों का चयन किया जायेगा। साल 2022-2023 के बीच 365 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जायेगा। कक्षा 12 में प्रतिस्पर्धा करने वाले और IIT, IIM, एम्स आदि जैसे प्रमुख संस्थानों में प्रवेश करने वाले छात्रों के लिए गोल्डन जुबली मेरिट अवार्ड की घोषणा की गई है।
राज्य में चल रहे "दुल्हारी कन्या योजना" (Dulhari Kanya Yojana) के लिए मौजूदा 20,000 रुपये की राशि में 5000 रुपये की वृद्धि की जाएगी। बता दें कि यह प्राधिकरण राज्य की विकास जरूरतों को देखेगा। यह राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा में काम करेगा और स्थानीय लोगों के जीवन को आसान बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा।
गौर हो कि नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी (North East Frontier Agency–NEFA) का नाम 20 जनवरी, 1972 को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal pradesh) किया गया था। पहले इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। 1987 में इसे राज्य बनाया गया था। राज्य का नामकरण करते समय तीन विकल्पों पर विचार किया गया था। वे हैं ब्रह्म मंडल, उदयांचल और अरुणाचल। बाद में अरुणाचल नाम को चुना गया। अरुणाचल प्रदेश का अर्थ है "उगते सूरज की भूमि"। यह चीन, म्यांमार, भूटान, असम और नागालैंड से घिरा है। साथ ही तीन देशों के साथ अपनी सीमा साझा करता है।