Anantapur अनंतपुर: कडप्पा पुलिस ने बुधवार को दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 37 कारें बरामद कीं। दोनों ने यह कहकर कारें ली थीं कि वे मासिक किराया देंगे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। पूरा मामला तब सामने आया जब कडप्पा ग्रामीण पुलिस को वीरेंद्र नामक व्यक्ति की शिकायत मिली, जिसमें उसने कहा कि उसने कडप्पा शहर के नबीकोटा के निम्माकयाला वेंकट शशिधर रेड्डी को मासिक किराए पर तीन कारें दी थीं। वीरेंद्र ने कहा कि शशिधर रेड्डी ने उसे बताया था कि वह एक जिला स्तरीय अधिकारी है और सभी सरकारी कार्यालयों में उसके करीबी संपर्क हैं। शशिधर रेड्डी ने कहा कि वह प्रत्येक कार के लिए हर महीने 30,000 रुपये किराया देगा। इस तरह वीरेंद्र ने अपनी तीनों कारें शशिधर रेड्डी को किराए पर दे दीं।
हालांकि, दो महीने तक किराया देने के बाद शशिधर रेड्डी ने भुगतान करना बंद कर दिया। उसने फोन कॉल का जवाब भी नहीं दिया और न ही कारें वापस कीं। इसके बाद वीरेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद कडप्पा ग्रामीण पुलिस ने शशिधर रेड्डी और उसके करीबी सहयोगी शेख जिलानी को हिरासत में ले लिया उन्होंने इन कारों को कई जगहों पर लगाया लेकिन किराए का फ़ीस खुद ही ले रहे थे।
कडप्पा एसपी हर्षवर्धन राजू ने बताया कि शशिधर रेड्डी पहले एक कार कंपनी में इंजीनियर के तौर पर काम कर चुके थे। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया था और आसानी से पैसे कमाने की योजना बनाई। कडप्पा डीएसपी रमाकांत और ग्रामीण सर्किल इंस्पेक्टर जी वेंकटेश्वरलू ने बताया कि उन्होंने शशिधर रेड्डी और जिलानी को गिरफ़्तार कर लिया है और बुधवार को सभी कारें बरामद कर ली हैं। उन्होंने बताया कि अदालती प्रक्रियाओं का पालन करने के बाद कारों को मालिकों को सौंप दिया जाएगा।