दक्षिण भारत में पैर जमाने में लगा था आतंकी संगठन ISIS

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रिपोर्ट में कट्टरपंथी आतंकी समूह आईएसआईएस (ISIS) के मॉड्यूल अल-हिंद (Al-Hind) को

Update: 2020-10-03 10:07 GMT

दक्षिण भारत में पैर जमाने में लगा था आतंकी संगठन ISIS

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की रिपोर्ट में कट्टरपंथी आतंकी समूह आईएसआईएस (ISIS) के मॉड्यूल अल-हिंद (Al-Hind) को लेकर एक बड़ा खुलासा किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक अल-हिंद साल 2019 में दक्षिण भारत (South India) के जंगलों में खुद को स्थापित (Plotted) करने की योजना बना रहा था. एनआईए (NIA) के मुताबिक आईएसआईएस (ISIS) कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल के जंगलों (Jungles) में खद को स्थापित करने की योजना बना रहा था. एनआईए ने यह खुलासा मॉड्यूल के 17 सदस्यों के खिलाफ जुलाई में दायर चार्जशीट में किया है.

यह पहली बार है जब एनआईए (NIA) या किसी भी जांच एजेंसी ने भारत में इस तरह की आईएसआईएस (ISI) की साजिश का खुलासा किया है. हालांकि आतंकवादी समूह उन जगहों को इस्लामिक राज्य (Islamic State) बनाने की फिराक में रहते हैं, जिन जगहों पर उनका नियंत्रण अच्छा हो. दिसंबर 2019 से इस साल जनवरी के बीच कई आतंकियों की गिरफ्तारियां हुईं हैं.

जंगल के अंदर खुद को कैसे बचाना है, यह समझने के लिए बंगलुरु के महबूब पाशा और कुड्डालोर के खाजा मोइदीन के नेतृत्व में आईएसआई मॉड्यूल के 20-सदस्यों ने फेमस डाकू वीरप्पन पर लिखी हुई किताबें खरीदीं, इन किताबों में इस बात का जिक्र है कि बीरप्पन किस तरह जंगल में छिपे रहकर कई राज्यों की पुलिस को चकमा देने में सफल रहा.

जंगल में अपने लिए ठिकाने की पहचान के लिए नवंबर 2019 में पाशा ने कट्टरपंथी मॉड्यूल के चार अन्य सदस्यों के साथ कर्नाटक में शिवानासमुद्र क्षेत्र का दौरा किया था, मॉड्यूल अल-हिंद के सदस्य इस इलाके में पहला आईएस का ठिकाना बनाने के लिए जगह की तलाश कर रहे थे.

चार्जशीट में एनआईए ने यह भी खुलासा किया कि खाजा मोइदीन के निर्देश पर मॉड्यूल के सदस्यों ने टेंट, रेन कोट, स्लीपिंग बैग, रस्सियां, सीढ़ी, पुली, धनुष और तीर, जंगल में पहने जाने वाले जूते, चाकू, हथियार और गोला-बारूद खरीदे थे, साथ ही खतरनाक आईईडी बनाने के बड़ी मात्रा में फुलझड़ियां और पटाखे भी खरीदे गए.

'हाई-प्रोफइल लोगों की हत्या के बाद जंगल में छिपने की थी साजिश'

चार्जशीट के मुताबिक अल-हिंद के आतंकियों ने कर्नाटक के कोलार, कोडागु और दूसरे इलकों में अपने ठिकाने की योजना बनाई थी. गुजरात में जंबुसर, महाभारत में रत्नागिरी, आंध्र प्रदेश में चित्तूर और पश्चिम बंगाल के बर्दवान और सिलीगुड़ी में भी आतंकी छिपे हो सकते थे. अल-हिंद आतंकियों ने हिंदू धर्म और राजनीतिक से जुड़े लोगों, पुलिस, सरकारी अधिकारियों और पूरे भारत में दूसरे हाई प्रोफ़ाइल लोगों की हत्या के बाद वापस जंगल में वापस छिपने की योजना बनाई थी.

साल 2014-15 में अबू बक्र अल-बगदादी ने वैश्विक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) का नेतृत्व किया, वह इराक, सीरिया और यहां तक ​​कि अफगानिस्तान में एक महत्वपूर्ण इलाके को नियंत्रित करने में कामयाब रहा था.

एक अधिकारी ने कहा कि आईएसआई ने भारत के बहुत से युवाओं को अपना निशाना बनाया. इस मॉड्यूल में शामिल होकर सैकड़ों भारतीय युवाओं ने देश में कई हमले किए. हालांकि पिछले छह सालों में यह कभी नहीं सुना गया कि आईएस ने भारत में अपना ठिकाना बनाने की कोशिश की.

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