पांच दिन में घर बनकर तैयार हो जाएगा, भारतीय निर्माण क्षेत्र में सुपर टेक्नोलॉजी!
श्रम लागत के बने ये घर गुणवत्ता के साथ 50 से 60 साल तक चलेंगे.
अमरावती : भारतीय निर्माण क्षेत्र में नई तकनीक का प्रवेश हो गया है. आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों द्वारा बिना श्रम के आधुनिक तकनीक से घर तैयार करने का प्रयोग रंग लाया है। पारंपरिक संरचनाओं के विपरीत, 3डी प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी हाउस उपलब्ध कराए गए हैं। इसके लिए 'ट्वेस्टा मैन्युफैक्चरिंग सॉल्यूशंस' नाम की एक स्टार्ट-अप कंपनी की स्थापना की गई और एक 3डी प्रिंटर विकसित किया गया।
प्रायोगिक तौर पर आईआईटी के परिसर में कंक्रीट प्रिंटिंग तकनीक से एक घर बनाया गया था। मात्र 5.50 लाख रुपये की लागत से 600 वर्ग फीट सिंगल फ्लोर हाउस..आधुनिक टच के साथ 5 दिनों के भीतर घर बनकर तैयार हो गया। इंजीनियरिंग विशेषज्ञों का कहना है कि बिना क्रय सामग्री, परिवहन और श्रम लागत के बने ये घर गुणवत्ता के साथ 50 से 60 साल तक चलेंगे.