नगरी (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम एन. चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका जीवन पीठ में छुरा घोंपने, साजिशों और झूठ से भरा है।
नायडू ने पूर्व मुख्यमंत्री एन.टी. रामा राव की स्मृति में दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 100 रुपये के सिक्के के विमोचन कार्यक्रम में भाग लिया था, जिस पर मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ने उन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह बेशर्मी से इस कार्यक्रम में शामिल हुए, उन्होंने सत्ता हथियाने के लिए टीडीपी संस्थापक की पीठ में छुरा घोंपा था।
चित्तूर जिले के नगरी में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा, "जिस व्यक्ति ने एनटीआर की पीठ में छुरा घोंपा और उनसे सत्ता छीन ली, वह राजनीतिक लाभ के लिए बेशर्मी से उनके चित्र पर माला पहना रहे हैं।''
नायडू को पाखंडी करार देते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि उन्होंने सत्ता हासिल करने के लिए अपने ससुर एनटीआर की पीठ में छुरा घोंपा, दिवंगत नेता द्वारा स्थापित पार्टी को हाईजैक कर लिया और यहां तक कि उनकी मौत के लिए भी वह जिम्मेदार हैं।
उन्होंने कहा, "आज उन्होंने बेशर्मी से एनटीआर की जयंती के उपलक्ष्य में 100 रुपये का सिक्का जारी करने के कार्यक्रम में भाग लिया।"
उन्होंने कहा कि टीडीपी नेता ने कभी भी अपने वादे पूरे नहीं किए। जगन ने कहा कि नायडू को अपनी ताकत और अपने बेटे पर विश्वास नहीं है और इसलिए उन्होंने 'पवन कल्याण' को शामिल किया।
उन्होंने कहा, ''जब हम तीन बार मुख्यमंत्री बने नायडू के शासनकाल के बारे में सोचते हैं तो एक भी योजना हमारे दिमाग में नहीं आती है। टीडीपी प्रमुख सत्ता में आने के लिए झूठ, साजिशों पर निर्भर हैं।''
मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रबाबू नायडू, जिन्होंने चुनाव से पहले लोगों को स्वर्ग का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्हें नरक की ओर धकेल दिया, उन्हें अपनी ही पार्टी या अपने बेटे पर विश्वास नहीं है। इसलिए, झूठ फैलाने, सरकार और सत्तारूढ़ दल को बदनाम करने के लिए नायडू पाले हुए बेटे और मित्र मीडिया पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा, "नायडू का मित्र मीडिया स्वार्थ के लिए उन्हें अपने कंधों पर उठा रहा है।"
सीएम ने कहा कि निवारक स्वास्थ्य देखभाल को मजबूत करने के लिए फैमिली डॉक्टर कार्यक्रम और ग्राम क्लीनिक, विशेष डॉक्टरों की रिक्तियों को भरना, 17 नए मेडिकल कॉलेजों, 4 नए समुद्री बंदरगाहों और 10 मछली पकड़ने के बंदरगाहों का निर्माण करने के अलावा राज्य को लगातार तीन वर्षों तक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में नंबर 1 स्थान पर रखना है।
उन्होंने कहा, ''किसानों, स्वयं सहायता समूहों, बेरोजगारों, बीसी, एसटी, एससी और अल्पसंख्यकों को धोखा देकर लूटने की नीति अपनाने वाले चंद्रबाबू नायडू एक बार फिर सत्ता में आने के लिए साजिशों और झूठ का सहारा ले रहे हैं।"
दूसरी ओर, हमारी सरकार ने अपने चुनावी घोषणापत्र को भगवद गीता, बाइबिल और कुरान मानकर कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने में अब तक 2,33,000 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
उन्होंने कहा, "हम गोएबल्स के प्रचारकों के खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं। मैं आपसे झूठे प्रचार पर विश्वास न करने का आह्वान करता हूं। उनके विपरीत, मैं समर्थन के लिए आप और भगवान पर निर्भर हूं। अगर आपको लगता है कि आपको सरकार से फायदा हुआ है, तो इसके साथ खड़े रहें अगले चुनाव में उन्हें उचित सबक सिखाएं।''