आंध्रप्रदेश: विजयवाड़ा की एक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) अदालत ने रविवार को कथित कौशल विकास घोटाले के सिलसिले में टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को शनिवार तड़के नंद्याल में गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत का फैसला आने से पहले आंध्र प्रदेश पुलिस ने किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए थे। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख और आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की करोड़ों रुपये के कथित घोटाला मामले मेंगिरफ्तारी के बीच कई लोगों ने उनके पक्ष में आवाज उठायी है तथा उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताया है।
अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच नायडू को विजयवाड़ा में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अदालत में पेश किया। विभाग ने ही उन्हें करोड़ों रुपये के कौशल विकास निगम घोटाले में उनकी कथित भूमिका को लेकर गिरफ्तार किया था। उच्चतम न्यायालय के वकील सिद्धार्थ लूथरा की अगुवाई में नायडू के वकीलों की एक टीम तथा सीआईडी वकीलों के बीच अदालत में करीब सात घंटे बहस चली है। नायडू को शनिवार को नंदयाला में तड़के उस समय गिरफ्तार किया था जब वह सो रहे थे। इससे पहले आंध्र प्रदेश सीआईडी ने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू से पूछताछ की थी।
पुलिस अधिकारियों ने सभी सुविधाओं से लैस उनकी बस का दरवाजा खटखटाया, जिसमें वह सो रहे थे और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आंध्र प्रदेश पुलिस ने बताया कि अपराध जांच विभाग (सीआईडी)के दल ने आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री को सुबह करीब छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित आर के मैरिज हॉल के बाहर से गिरफ्तार किया, जहां उनकी बस खड़ी थी। नायडू को दिए गए नोटिस में सीआईडी की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के पुलिस उपाधीक्षक एम धनंजयुडु ने कहा, आपको सूचित किया जाता है कि आपको सुबह छह बजे नंदयाल शहर के ज्ञानपुरम स्थित मूलसागरम के आवास आर के फंक्शन हॉल से गिरफ्तार कर लिया गया है और यह एक गैर-जमानती अपराध है।