आंध्र प्रदेश: लड़की की हत्या के मामले में युवक को मौत की सजा
आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की विशेष अदालत ने 20 वर्षीय के. शशि कृष्णा को एक इंजीनियरिंग छात्रा की हत्या करने के आरोप में शुक्रवार को मौत की सजा सुनाई है।
अमरावती: आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की विशेष अदालत ने 20 वर्षीय के. शशि कृष्णा को एक इंजीनियरिंग छात्रा की हत्या करने के आरोप में शुक्रवार को मौत की सजा सुनाई है। आरोपी ने पिछले साल गुंटूर शहर में स्वतंत्रता दिवस पर दिनदहाड़े एक बीटेक छात्रा की चाकू मारकर हत्या कर दी थी।
घटना ने बड़े पैमाने पर सार्वजनिक आक्रोश पैदा किया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने मामले की त्वरित सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत का गठन किया था। अदालत ने इसे दुर्लभतम मामलों में से एक माना और मौत की सजा सुनाई। अदालत ने यह भी देखा कि आरोपी ने कोई पछतावा नहीं दिखाया और सुनवाई के दौरान अदालत से भागने का भी प्रयास किया।
लड़की के माता-पिता ने फैसले की सराहना करते हुए कहा, इस तरह के जघन्य अपराध करने वालों को मौत की सजा दी जानी चाहिए। जो उनकी बेटी के साथ हुआ वह किसी और लड़की के साथ नहीं होना चाहिए। बी टेक के तीसरे वर्ष की छात्रा को कृष्णा ने बेरहमी से मार डाला था, जो एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके संपर्क में आई थी।
कृष्णा ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। युवक से दूरी बनाए रखने के कारण वह भड़क गया और जान से मारने की धमकी दी। 15 अगस्त 2021 को जब वह एक भोजनालय के पास खड़ी थी, तो युवक वहां आया और तीखी नोकझोंक हुई। फिर उसने उसके गले और पेट में छह बार वार किए, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आसपास खड़े लोग भी दहशत में थे।
हत्या के बाद कृष्णा मौके से फरार हो गया। पुलिस ने घटना के सीसीटीवी फुटेज से हमलावर की पहचान की। पुलिस ने उसे ट्रेस कर गिरफ्तार किया तो उसने हाथ काट कर आत्महत्या करने का प्रयास किया। हालांकि पुलिस ने उसकी कोशिश को नाकाम कर दिया। छात्रा की हत्या से पूरे राज्य में सदमे की लहर दौड़ गई थी। महिला समूहों और विपक्षी दलों ने अपराधी को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। कृष्णा, जिसने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है, पहले एक ऑटोमोबाइल की दुकान में मैकेनिक का काम करता था और जब उसने अपराध किया था, तब वह बेरोजगार था।