आंध्र सरकार ने दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी से पीड़ित बच्चे के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपये की मंजूरी दी
गौचर रोग से पीड़ित डॉ बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिले की ढाई साल की बच्ची हनी को राज्य सरकार ने एक करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. उपचार के तहत जिला कलेक्टर हिमांशु शुक्ला ने भी रविवार को हनी के माता-पिता को 13 इंजेक्शन दिए,
गौचर रोग से पीड़ित डॉ बीआर अंबेडकर कोनसीमा जिले की ढाई साल की बच्ची हनी को राज्य सरकार ने एक करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. उपचार के तहत जिला कलेक्टर हिमांशु शुक्ला ने भी रविवार को हनी के माता-पिता को 13 इंजेक्शन दिए, जिनमें से प्रत्येक की कीमत 1.25 लाख रुपये है। इलाज के लिए कम से कम 52 इंजेक्शन की जरूरत होगी। स्वीकृत इंजेक्शन हर 15 दिनों में एक बार दिए जाएंगे।
इसके अलावा, सरकार बच्चे को हर महीने 10,000 रुपये की राशि भी देगी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे के दौरान हनी और उसके माता-पिता से मुलाकात की थी। तब उन्होंने इलाज में मदद करने और लड़की की शिक्षा के लिए सहायता देने का वादा किया था।
कोप्पुडी रामबाबू और नागलक्ष्मी की बेटी हनी जन्म से ही इस बीमारी से पीड़ित रही है। यह बताते हुए कि गौचर रोग एक दुर्लभ आनुवंशिक विकार है, जिला कलेक्टर ने कहा कि देश में कुल 14 लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। शुक्ला ने आगे कहा कि अमलापुरम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बीमारी का इलाज करने वाला देश का पहला सरकारी केंद्र होगा।