Aligarh: पंजीयन लेने के बाद एक साल में चार हजार कारोबारियों ने नहीं भरा जीएसटी रिटर्न

नोटिस जारी कर रिटर्न दाखिल करने का जवाब मांगा जा रहा है.

Update: 2024-06-11 04:35 GMT

अलीगढ़: राज्यकर विभाग में पंजीयन लेने के बाद एक साल में चार हजार से अधिक कारोबारियों ने जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं किया. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने साल 2023-24 में रिटर्न नहीं फाइल करने वाले कारोबारियों की कमी को पकड़ा है. अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, एटा व कासगंज में जीएसटी नहीं फाइल करने वाले कारोबारियों की जांच राज्यकर के अफसरों ने शुरू कर दी है. नोटिस जारी कर रिटर्न दाखिल करने का जवाब मांगा जा रहा है.

अलीगढ़ जोन में 60901 हजार कारोबारी स्टेट जीएसटी व 44445 हजार कारोबारी सेंट्रल जीएसटी में पंजीकृत हैं. राज्यकर विभाग में एक साल में 4444 कारोबारियों ने रिटर्न फाइल नहीं किया है. ऑनलाइन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने इसका रिकार्ड तैयार किया है. जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं करने वालों का ब्योरा आने के बाद राज्यकर अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. पांचों जिलों के नॉन फाइलर्स को नोटिस जारी किया जा रहा है. उनसे जवाब मांगा जा रहा है कि आखिर कारोबार के सापेक्ष रिटर्न फाइल नहीं किया. हालांकि 40 लाख तक के सालाना कारोबार वालों के लिए जीएसटी नहीं लगती है, लेकिन जीएसटी में पंजीयन कराने वालों को शून्य का भी रिटर्न दाखिल करना अनिवार्य है.

करोड़ों का कारोबार, रिटर्न से दूरी पांचों जिलों में रिटर्न फाइल नहीं करने वाले कारोबारियों में 20 से फीसदी ऐसे भी हैं जिनका कारोबार करोड़ों में है, लेकिन जीएसटी रिटर्न फाइल नहीं किया है. जीएसटी में पंजीयन लेने के बाद अब गड़बड़ी कर पाना व्यापारी, ट्रांसपोर्टर, उद्यमी व अन्य ट्रेड के लोगों के लिए मुश्किल है. एआई तमाम पहलुओं पर काम कर रहा है और गलत काम करने वालों पर निगरानी कर रहा है. रिटर्न नहीं फाइल करने वालों के साथ 500 रुपये, 1000 रुपये रिटर्न दाखिल करने वालों की भी जांच शुरू हो गई है. बड़ी संख्या में ऐसे भी कारोबारी हैं जिन्होंने साल 2023-24 में केवल 500 रुपये या फिर 1000 हजार रुपये की जीएसटी रिटर्न फाइल किया है. करोड़ों का कारोबार करने वालों ने रिटर्न से दूरी बना रखी है.

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