आपने घर में लगाया है किचन गार्डन, इस तरह करें इसकी देखभाल
इस तरह करें इसकी देखभाल
घर में गार्डन हो तो घर हमेशा महकता हुआ रहता है और साथ ही घर का वातावरण भी शुद्द रहता है। बहुत से लोग ऐसे होते है जिन्हें घर में ही बागवानी करके सब्जी, फल आदि उगाना पसंद होता है और इसके लिए अपने घर में छोटा सा किचन गार्डन बनवा लेते है। और आजकल तो किचन गार्डन हर जगह देखने को मिल जाते हैं। जरूरी नही की किचन गार्डन रसोई के पास ही हो आप इसे घर के किसी भी खुली जगह पर लगा सकते है, लेकिन इसकी देखरेख करने के तरीके आपको आने चाहिए। ऐसे में आज हम आपको बतायेंगे किचन गार्डन की देखभाल करने के कुछ तरीके जिनसे आप अपने किचन गार्डन की देखभाल अच्छे से कर सकते है, तो आइये जानते है इस बारे में.....
गमले रखने या पौधे लगाने का घर में कोई अन्य स्थान न हो और बालकनी अगर धूप वाली हो तो उसका पूरा लाभ उठाएं।
अगर आपका घर ग्राउंड फ्लोर पर हैं और जगह कच्ची है तो उस पर क्यारी बनाकर किचन गार्डन बनाएं।
अगर छत पर किचन गार्डन बनाना है तो पहले पॉलीथीन बिछा दें। उसमें थोड़ी दूरी पर कुछ छेद कर लें, ताकि ज्यादा पानी निकल जाए और छत में सीलन भी न आए।
गमले हमेशा मिट्टी के खरीदें क्योंकि प्लास्टिक के गमलों में पौधों का विकास पूरी तरह नहीं हो पाता।
गमलों में मिट्टी डालते समय नीम की सूखी पत्तियां मिलाएं, ताकि कीड़ों से बचा जा सके।पौधों को प्रातः या शाम को पानी डालें। तेज धूप में पानी डालने से पौधे झुलस सकते हैं।
अंडों और फलों के छिलकों का प्रयोग मिट्टी में मिलाकर कर सकते हैं, ताकि पौधों को पोषण मिलता रहे।
एस्प्रिन, डिस्प्रिन या इकोस्प्रिन की गोली एक मग पानी में मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें। इससे पौधों को फंगस से बचाया जा सकता है, जिससे उनका विकास उचित विकास हो सके।
अगर पौधों को उचित धूप नहीं मिलेगी तो पौधे आकार में छोटे और कमजोर रह जाएंगे। दिन में 3-4 घंटे की धूप काफी है। गर्मियों में तेज धूप से पौधों को बचाएं।