प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में क्यों होती है पैरों में ऐंठन की समस्या, जानें कारण और उपचार

गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में अक्सर महिलाओं को पैरों में एेंठन की समस्या होती है.

Update: 2021-05-04 13:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| गर्भावस्था की दूसरी तिमाही में अक्सर महिलाओं को पैरों में एेंठन की समस्या होती है. जैसे-जैसे प्रेगनेंसी का समय बढ़ता है, ये समस्या भी बढ़ जाती है. लेकिन इसमें बहुत ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है.

ऐसा वजन बढ़ने, पैरों में सूजन आने और गर्भावस्था में थकान होने की वजह से होता है.
जिनका वजन गर्भावस्था से पहले भी ज्यादा रहा है, उन्हें पैरों में दर्द की समस्या ज्यादा होती है. वजन बढ़ने से पैरों की नसों पर दबाव पड़ता है और रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता, जिसकी वजह से पैरों में एेंठन की समस्या होती है. कुछ उपायों को आजमाकर पैरों में दर्द की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है.
1. किसी दीवार के सहारे बैठकर दोनों टांगों को आगे की ओर सीधा करें. अब पंजे को पिण्डली की तरफ खींचें. कुछ देर रुकें फिर वापस सामान्य स्थिति में ले आएं. ध्यान रहे पंजे को बाहर की ओर न मोड़ें वर्ना परेशानी बढ़ सकती है.
2. बैठकर अपने पैरों के पंजों को 30 बार आगे-पीछे झुकाएं. इसके बाद पंजों को क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज घुमाएं. इससे काफी आराम मिलेगा.
3. भरपूर मात्रा में पानी पिएं, नारियल पानी पिएं और अन्य लिक्विड डाइट लें. इसके अलावा पैरों को लगातार लटकाकर न बैंठे. न ही लगातार खड़े रहकर कोई काम करें.
4. सोते समय पैरों को ऊंचा करके सोएं. इससे काफी आराम मिलेगा. इसके अलावा दोनों पैरों के बीच कुशन लगाकर सोएं.
5. बैठे हुए, ऑफिस में काम करते समय या टीवी देखते समय अपने टखनों को घुमाती रहें और अपने पैरों की उंगलियों को हिलाती-डुलाती रहें.
6. तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी से भी पैरों में एेंठन की समस्या होती है. इसलिए अपनी विशेषज्ञ को इस बारे में जरूर बताएं और उनके द्वारा निर्देशित सप्लीमेंट लें. इससे भी आपको राहत मिल सकती है.


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