यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए ऐसे करें नीम का इस्तेमाल
खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण कम उम्र में ही लोग किडनी संबंधी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण कम उम्र में ही लोग किडनी संबंधी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। करीब 17 फीसदी शहरी आबादी किडनी की समस्या का सामना कर रही हैं। किडनी अनहेल्दी होने के कारण किडनी डैमेज की समस्या के साथ किडनी स्टोन, यूरिक एसिड जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है
जब शरीर में प्यूरीन नामक प्रोटीन अधिक बन जाता है तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है। अगर इसे समय पर सही नहीं किया गया तो कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। इसके साथ ही शरीर के कई हिस्सों में दर्द भी होता है। ये दर्द शरीर के कई हिस्सों में होता है। इस समस्या के ज्यादा बढ़ने पर लोग गठिया के अलावा कई और बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। स्वामी रामदेव के अनुसार बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में नीम, पीपल के साथ कुछ अन्य चीजों को मिलाकर सेवन करने से कुछ ही दिनों में यूरिक एसिड कंट्रोल हो जाएगा।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए ऐसे करें नीम का इस्तेमाल
सामग्री
50 ग्राम नीम की पत्तियां
50 ग्राम पीपल के पत्ते
थोड़ी वरूण छाल
1 ग्राम मुक्ता पंचामृत
1 ग्राम मुक्तापुष्टि
थोड़ा गोखरू का पानी
ऐसे बनाएं जूस
रात को सोने से पहले पानी में थोड़े गोखरू भिगो देंगे। दूसरे दिन इमामदस्ता में नीम और पीपल की पत्तियां कूट लेंगे। इसके बाद इसमे ग्राइंडर में डाल लेंगे। इसके साथ इसमें वरुण छाल, मुक्ता पंचामृत, मुक्तापुष्टि मूल और गोखरू का पानी डालकर अच्छी तरह से ग्राइंड कर लें। अब इसे कॉटन के कपड़े या छन्नी की मदद से छान लेंगे।