कान दर्द से राहत के लिए आजमाएं ये 3 बेहतरीन घरेलू उपाय
कान का दर्द साइनस संक्रमण, कैविटी, ईयरड्रम में छेद, ईयर वैक्स, टॉन्सिलिटिस , मध्य कान में तरल पदार्थ का निर्माण, सामान्य सर्दी, नाक के मार्ग में रुकावट, कान के अंदर की शारीरिक क्षति आदि के कारण भी हो सकता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कान का दर्द साइनस संक्रमण, कैविटी, ईयरड्रम में छेद, ईयर वैक्स, टॉन्सिलिटिस , मध्य कान में तरल पदार्थ का निर्माण, सामान्य सर्दी, नाक के मार्ग में रुकावट, कान के अंदर की शारीरिक क्षति आदि के कारण भी हो सकता है. कान का दर्द आमतौर पर खतरनाक नहीं होता है. ये कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है. आपकी रसोई घर में आसानी से उपलब्ध सामग्री से घर पर हल्के कान के दर्द का आसानी से इलाज किया जा सकता है.
कान के दर्द को दूर करने के लिए घरेलू उपचार
जैतून का तेल
जैतून का तेल कान के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है. इसके लिए गुनगुने जैतून के तेल की 3 या 4 बूंद कान में डालें और इसे 5 से 10 मिनट के लिए छोड़ दें. फिर अपने सिर को नीचे झुकाकर तेल निकाल दें. इसे कुछ दिनों तक रोजाना एक बार करें. वैकल्पिक रूप से, आप टी ट्री ऑयल की 2 या 3 बूंदों और हल्के गर्म जैतून के तेल की 4 से 6 बूंदों को मिला सकते हैं. इस मिश्रण का इस्तेमाल कर सकते हैं. टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल, एंटीसेप्टिक और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं.
लहसुन
लहसुन में एनाल्जेसिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं. ये कान के संक्रमण के कारण होने वाले कान के दर्द को कम करने में मददगार माना जाता है. 1 चम्मच पिसा हुआ लहसुन लें और इसे 2 बड़े चम्मच तिल, जैतून या सरसों के तेल में गर्म करें. जब ये ठंडा हो जाए तो तेल को छान लें और दर्द वाले कान में 2 या 3 बूंद डालें या फिर आप लहसुन की कुछ कलियों का रस निकालकर प्रभावित कान में डाल सकते हैं.
प्याज
अपने एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के लिए प्याज कान के दर्द के लिए सबसे प्रभावी घरेलू उपचारों में से एक है. एक कद्दूकस किए हुए प्याज का रस निकाल लें और इसे धीमी आंच पर गर्म करें. ठंडा होने पर रस की 2 या 3 बूंदें दर्द वाले कान में डालें. इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें, फिर अपने सिर को झुकाएं और इसे बाहर निकाल दें. दिन में 2 या 3 बार इसे दोहराएं.