पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपके दिल पर पड़ने वाले एक्स्ट्रा लोड को रोका जा सकता है और आप हेल्दी व तंदुरुस्त रह सकते हैं। जानें ये कैसे काम करता है।हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि चिलचिलाती गर्मी और लू के कारण दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। लू के दौरान आपका शरीर एक स्थिर आंतरिक तापमान बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करता है, जिससे हार्ट बीट और ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। हार्ट आपके शरीर में ब्लड को अधिक तेजी से पंप करता है, खास तौर पर त्वचा तक पसीने के लिए। यह हार्ट एक्टिविटी उन लोगों के लिए विशेष रूप से कठिन हो सकती है जिन्हें पहले से ही हृदय संबंधी बीमारियां हैं, जैसे कि एनजाइना या हार्ट फेलियर। भयंकर तेज तापमान के संपर्क में आने के साथ-साथ, ज़ोरदार शारीरिक गतिविधि भी हीटस्ट्रोक का कारण बन सकती है, जो एक जानलेवा स्थिति है।
हालांकि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपके दिल पर पड़ने वाले एक्स्ट्रा लोड को रोका जा सकता है और आप हेल्दी व तंदुरुस्त रह सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, प्रतिदिन कम से कम पांच गिलास पानी पीने से आप स्वस्थ रहते हैं और अपने दिल सहित आंतरिक अंगों को हाइड्रेट रखते हैं।एक रिपोर्ट के अनुसार अच्छा हाइड्रेशन बनाए रखने से हृदय के भीतर होने वाले उन परिवर्तनों को धीमा या रोका जा सकता है जो दिल की विफलता का कारण बनते हैं। रिसर्च में कहा गया है कि जो लोग पर्याप्त मात्रा में हाइड्रेटेड रहते हैं, उनके सिस्टम में 25 साल बाद भी सोडियम का स्तर कम रहता है। सोडियम के हाई लेवल को हार्ट फेलियर का एक सबसे बड़ा लक्षण माना जाता है।डॉक्टरों का कहना है कि डिहाइड्रेशन आपके हार्ट के कार्य पर हानिकारक प्रभाव डालता है, जिससे अनियमित दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इस बीच पर्याप्त पानी पीने से आपका रक्त कम गाढ़ा होता है और रक्त वाहिकाओं की दीवारें खुल जाती हैं जिससे सही रक्त संचार होता है।प्यास नहीं लगने पर भी पिएं 4-6 लीटर पानी
पर्याप्त हाइड्रेशन से ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल के सभी जोखिम समाप्त हो सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपके शरीर में गर्मी से उत्पन्न पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त मात्रा है। एक्सपर्ट बताते हैं कि जब आपको प्यास नहीं लग रही हो, तब भी आपको चार से छह लीटर तरल पदार्थ लेना चाहिए - चाहे वह पानी हो या फिर जूस हो।