शीत लहर से बचने मे ये कुछ सुझाव आपके काम आएंगे

भारत में शीत लहरों के विनाशकारी प्रभाव देखे जा रहे हैं।

Update: 2022-01-27 08:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इस साल ठंड के मौसम में सर्दी कुछ ज़्यादा पड़ रही है। ख़ासतौर पर सर्द हवाएं अंदर तक आपको हिला देती हैं, जिसका असर आपकी सेहत पर भी पड़ता है। पिछले कुछ सालों में, भारत में शीत लहरों के विनाशकारी प्रभाव देखे जा रहे हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 2020 में शीत लहरों के कारण होने वाली मौतों की संख्या 152 थी, जो गर्मी की लहरों की तुलना में 76 गुना अधिक थी।

मंगलवार को, आईएमडी ने अगले दो से तीन दिनों के लिए उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर और ठंडे दिन की स्थिति की भविष्यवाणी की है। बढ़ती शीत लहरों को देखते हुए, कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जो शीत लहर से बचने में काम आएंगे।
शराब न पिएं
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने लोगों से शीतलहर के दौरान शराब नहीं पीने को कहा है। उनके अनुसार, शराब शरीर के तापमान को कम करती है, जो ठंड के मौसम में सही नहीं है। शराब रक्त वाहिकाओं को आराम और चौड़ा करती है, जो बदले में शरीर की गर्मी को बाहर निकलने में मदद करती है और बाद में शरीर के तापमान को कम करती है।
हैट पहनें या सिर को ढकें
सर्द हवाओं के दौरान शरीर की गर्माहट को नुकसान न पहुंचे इसके लिए सिर को टोपी या फिर शॉल से ज़रूर ढकें। सामान्य तौर पर, शरीर का कोई भी हिस्सा जो खुला रह जाता है, वह शरीर के तापमान को मुक्त करने में मदद करता है जिससे ठंड लगती है। इसलिए शरीर की गर्माहट बनाए रखने के लिए जितना हो सके शरीर को ढक कर रखना चाहिए।
दस्ताने के बजाय मिट्टन्स पहनें
एनडीएमए दस्ताने के बजाय मिट्टन्स पहनने का सुझाव देता है। एनडीएमए के दिशानिर्देशों में कहा गया है कि दस्ताने की तुलना में मिट्टन्स बेहतर होते हैं क्योंकि इसमें आपकी उंगलियां शरीर की गर्मी को साझा कर सकती हैं। मिट्टन्स को दस्तानों की तुलना ज़्यादा गर्म माना जाता है, क्योंकि इसमें उंगलियां अलग-अलग नहीं रहतीं जिससे पूरे शरीर की गर्मी बनी रहती है। दस्तानों की तुलना में मिट्टन्स में हाथ ज़्यादा गर्म रहते हैं।
गर्म ड्रिंक्स पिंए
रोज़ाना गर्म ड्रिंक्स पीने से शरीर का तापमान बना रहेगा। आप काढ़े से लेकर अदरक की चाय का सेवन कर सकते हैं। लेकिन इसके साथ चीनी की खपत पर भी नज़र रखें। आप जितनी ज़्यादा गर्म ड्रिंक्स लेंगे उसके साथ उतनी ही चीनी जाएगी, इसलिए चीनी की जगह गुड़ या शहद का इस्तेमाल बेहतर साबित होगा।


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