एक्सरसाइज या वर्कआउट करने से हमारा शरीर फिट एंड फाइन रहता है। इससे हमारे शरीर की सहनशक्ति बढ़ती है, जिससे हमारा शरीर लंबे समय तक काम कर पाता है। लेकिन गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय के एक अध्ययन से पता चला है कि नियमित शारीरिक गतिविधि ब्रेन हेमरेज के जोखिम को कम करती है।शोधकर्ताओं ने मस्तिष्क की रक्षा में शारीरिक गतिविधि के महत्व पर बल दिया है। जर्नल स्ट्रोक एंड वैस्कुलर न्यूरोलॉजी में प्रकाशित शोध के अनुसार, 2014 से 2019 तक इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव के इलाज के लिए गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय गए 686 लोगों पर डेटा का विश्लेषण किया गया था।
क्या रहे शोध के नतीजे
इस शोध के अनुसार नियमित रूप से शारीरिक रूप से सक्रिय रहने वाले लोगों में रक्तस्राव का खतरा कम पाया गया। शारीरिक रूप से सक्रिय होने में शारीरिक गतिविधि जैसे चलना, साइकिल चलाना, तैरना, बागवानी या नृत्य करना शामिल है। शोध के अनुसार हफ्ते में करीब 4 घंटे ऐसी हल्की फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए।
शोधकर्ताओं की राय
शोधकर्ताओं के मुताबिक, नियमित शारीरिक गतिविधि करने वाले लोगों में अस्पताल पहुंचने के समय ब्लीडिंग औसतन 50 फीसदी तक कम थी। इसी तरह का कनेक्शन पहले जानवरों के अध्ययन में देखा गया है, लेकिन इससे पहले ऐसा कोई अध्ययन सामने नहीं आया था, जिसमें इंसानों के बारे में बताया गया हो। शोधकर्ताओं के अनुसार, इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव वाले लोगों का अस्पताल में सीटी स्कैन के साथ इलाज किया जाता है और रक्तस्राव की गंभीरता के आधार पर न्यूरोसर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
हालांकि, ज्यादातर मामलों में रिकवरी को बढ़ावा देने के लिए गैर-सर्जिकल तरीकों और दवाओं का उपयोग किया जाता है। इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव सबसे खतरनाक प्रकार का स्ट्रोक है और इसमें मृत्यु का भय होता है। गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय में न्यूरोसर्जरी के एसोसिएट प्रोफेसर और शोधकर्ता एडम विक्टोरिसन का कहना है कि इंट्रासेरेब्रल रक्तस्राव के मामलों में खोपड़ी में दबाव बढ़ने का खतरा होता है, जो संभावित रूप से घातक परिणाम पैदा कर सकता है।