उम्र बढ़ने के साथ बढ़ने लगती हैं डिमेंशिया की प्रॉब्लम, इन आहार से रहेगी यह दूर
इन आहार से रहेगी यह दूर
उम्र बढ़ने के साथ-साथ व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। खासतौर से एक उम्र के बाद याददाश्त कम होने लगती हैं जिसे डिमेंशिया की प्रॉब्लम कहते हैं। किसी के पास यदि हष्टपुष्ट शरीर हो, लेकिन दिमाग कमजोर हो जाए तो भी आपका शरीर सही से काम नहीं कर पाएगा। ऐसे में आपको अपने आहार को संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर बनाना होगा। आप अपनी थाली में जो खाना रखते हैं उसका असर आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। आज हम आपको कुछ ऐसे आहार की जानकारी देने जा रहे हैं जो डिमेंशिया की प्रॉब्लम को आपसे दूर रखने का काम करती हैं। आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
हरी पत्तेदार सब्जियां
केल, कोलार्ड ग्रीन्स, पालक, और अन्य कई हरी पत्तेदार सब्जियों को आपको अपनी डाइट में अवश्य शामिल करें। इसमें विटामिन बी जैसे फोलेट और बी9 से आदि पाए जाते हैं। इस पोषक तत्वों के कारण आपको डिप्रेशन को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इससे आपकी मेंटल हेल्थ पर भी पॉजिटिव असर पड़ता है।
साबुत अनाज
ज्यादातर लोग यह सोचकर कार्ब्स खाने से डरते हैं कि इससे वजन बढ़ेगा, लेकिन कार्ब्स आपके शरीर के लिए प्रोटीन और अन्य विटामिनों की तरह ही जरूरी हैं। हमारी डाइट में कार्ब्स का प्रमुख स्रोत ओट्स, गेहूं, जौ और चावल जैसे साबुत अनाज हैं जो हमारे मस्तिष्क को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। वे विटामिन बी से भरपूर होते हैं, एक पोषक तत्व जो मस्तिष्क में सूजन को कम करने और आपकी याददाश्त को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
क्रूसिफेरस सब्जियां
क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स में विटामिन बी और कैरोटीनॉयड आदि उच्च मात्रा में पाया जाता है। जिसके कारण इनका सेवन मेंटल हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है। आप अपनी डेली डाइट में इन्हें शामिल करें। आप लहसुन और जैतून के तेल में क्रुसिफेरस सब्जियों को भूनने की कोशिश करें।
जामुन
फल स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के मामले में जामुन असाधारण होते हैं। भारत में आमतौर पर पाए जाने वाले स्ट्रॉबेरी, जंगली ब्लूबेरी या केप आंवले में फ्लेवोनोइड एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। हफ्ते में दो बार इनका सेवन करने से सूजन कम हो सकती है और ऑक्सीडेटिव तनाव कम हो सकता है। वे मस्तिष्क कोशिकाओं के बीच संचार को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं।
बेरीज का सेवन
कई तरह की बेरीज रसभरी, ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी आदि में एंथोसायनिन नामक एक फ्लेवोनोइड पाया जाता है, जो आपकी ब्रेन हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। इसके अलावा, इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट और विटामिन भी मौजूद होते हैं और इससे भी आपकी मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव असर पड़ता है।
अखरोट
मस्तिष्क के लिए एक सुपर फ़ूड के रूप में माना जाने वाला अखरोट एक बेहतरीन पोषक तत्वों से भरपूर भोजन है जो आपके मस्तिष्क को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। अखरोट अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (एक पौधे-आधारित ओमेगा -3 फैटी एसिड), पॉलीफेनोलिक यौगिकों से भरपूर होते हैं। ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीफेनोल्स दोनों को महत्वपूर्ण ब्रेन फूड माना जाता है क्योंकि वे ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से लड़ते हैं।
ओमेगा-3 रिच फूड
ओमेगा-3 एक फैटी एसिड है जो आपको शारीरिक व मानसिक तौर पर लाभ पहुंचाता है। आप जैतून का तेल, अलसी के बीज, और फैटी फिश जैसे ट्यूना, साल्मन और मैकेरल जैसे ओमेगा -3 रिच फूड का सेवन करें। कई अध्ययन यह बताते हैं कि ओमेगा-3 डिमेंशिया से लड़ने में मदद करता है।
डार्क चॉकलेट
अगर आप ऐसे खाद्य पदार्थ की तलाश कर रहे हैं जिससे आपका दिमाग भी तेज हो और खाने में भी मजेदार हो तो डार्क चॉकलेट आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। आपको बता दें कि डार्क चॉकलेट इस लिस्ट में अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में ज्यादा फायदेमंद बताया गया है क्योंकि ये एंटीऑक्सिडेंट, फ्लेवोनोइड्स और कैफीन से भरपूर है जो बाकी ब्रेन बूस्टर खाद्य पदार्थों से ज्यादा बढ़िया है।
सीड्स का सेवन
डाइटिशियन डॉक्टर रंजना सिंह की मानें तो सीड्स के सेवन से याददाश्त में सुधार, मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार होता है। इसके साथ ही सतर्कता और एकाग्रता शक्ति सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है। सीड्स विटामिन के, ए, सी, बी 6, ई, कैल्शियम, मैंगनीज, आयरन, जिंक, तांबा युक्त एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, जो यह आपकी याददाश्त शक्ति को सुधारने का काम करते हैं।